![छत्तीसगढ़ के सीएम आज करेंगे गंगा स्नान, पत्नी कौशल्या साय बोलीं- ‘प्रदेश की जनता के लिए ऊर्जा और शक्ति की कामना’](https://bntonline.in/wp-content/uploads/2025/02/202502133326749.jpg)
बीएनटी न्यूज़
रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय गुरुवार प्रयागराज के लिए रवाना हो गए, जहां वे त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान करेंगे। इस दौरान वह प्रदेश की सुख-समृद्धि और जनकल्याण के लिए विशेष प्रार्थना करेंगे। मुख्यमंत्री के साथ छत्तीसगढ़ कैबिनेट के सभी मंत्री भी इस धार्मिक यात्रा में शामिल हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रयागराज रवाना होने से पहले उनकी पत्नी कौशल्या साय ने इस यात्रा को लेकर अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा कि यह यात्रा उनके लिए आस्था और शक्ति का प्रतीक है। प्रयागराज पहुंचकर वे वहां की पवित्र धरती को नमन करेंगे और गंगा स्नान से आत्मिक शुद्धि और मानसिक शांति प्राप्त करेंगे। उन्होंने कहा कि इस यात्रा से उन्हें नई ऊर्जा मिलेगी और वे पूरे विश्वास के साथ छत्तीसगढ़ लौटेंगे।
कौशल्या साय ने मुख्यमंत्री के उत्तम स्वास्थ्य और प्रदेश के कल्याण के लिए प्रार्थना करने की बात कही। उन्होंने कहा कि प्रयागराज की इस आध्यात्मिक यात्रा के दौरान वह प्रदेश की जनता के लिए भी ऊर्जा और शक्ति की कामना करेंगी। उनका मानना है कि इस धार्मिक अनुष्ठान से छत्तीसगढ़ की जनता को सकारात्मकता और समृद्धि मिलेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय प्रदेश के विकास के लिए लगातार काम कर रहे हैं और आम जनता के समर्थन से सरकार हर संभव प्रयास कर रही है कि छत्तीसगढ़ को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया जाए। कौशल्या साय ने बताया कि मुख्यमंत्री दिन-रात प्रदेशवासियों के हित में कार्य कर रहे हैं और जनता के साथ उनका गहरा जुड़ाव है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के लोगों का जो प्यार और समर्थन सरकार को मिल रहा है, वह आगे भी बना रहे, इसके लिए भी वे प्रार्थना करेंगी।
बता दें कि गुरुवार को महाकुंभ का 32वां दिन है और श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। माघी पूर्णिमा के स्नान के साथ, अब विश्व रिकॉर्ड बनाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। इस उद्देश्य के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम मौजूद है। मेला प्रशासन भी पूरी तरह से तैयार है। महाकुंभ (जो कि विश्व की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर है) में अब तक 48 करोड़ से ज्यादा लोगों ने स्नान किया है। यह पहले ही दुनिया का सबसे बड़ा समागम बन चुका है। मेला प्रशासन ने अब चार नए विश्व रिकॉर्ड बनाने की योजना को कार्यान्वित करना शुरू कर दिया है, जिसकी शुरुआत शुक्रवार से होगी।