
बीएनटी न्यूज़
जयपुर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजस्थान दौरे को लेकर केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार पर हमला बोला। अशोक गहलोत ने आरोप लगाया कि पीएम के दौरे के लिए पूरी सरकारी मशीनरी को झोंक दिया जाता है, लेकिन जनता की बुनियादी समस्याओं जैसे पीने के पानी और बिजली की किल्लत की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जाता।
उन्होंने कहा कि गंगानगर, हनुमानगढ़ और बीकानेर जैसे इलाकों में, जहां पीएम मोदी का दौरा प्रस्तावित है, लोगों को गंदा पानी पीने को मजबूर होना पड़ रहा है। गहलोत ने सवाल उठाया कि सरकार और अधिकारी केवल पीएम की यात्रा को सफल दिखाने में लगे हैं, जबकि जनता की समस्याओं की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे।
अशोक गहलोत ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा उठाए गए मुद्दों का हवाला देते हुए कहा कि सरकार को इनका जवाब देना चाहिए। उन्होंने पूछा कि सरकार राहुल गांधी के सवालों को क्यों दबा रही है। विशेष रूप से राहुल गांधी ने पहलगाम में आतंकी हमले को लेकर सवाल उठाया था कि क्या आतंकी जिंदा हैं या मारे गए, लेकिन सरकार इस पर चुप्पी साधे हुए है। विपक्ष सरकार के साथ है और कार्रवाई की मांग करता है, लेकिन सरकार जवाब देने से बच रही है। विपक्ष का काम सवाल उठाना है और सरकार की जिम्मेदारी है कि वह इन सवालों का जवाब दे। अगर विपक्ष जनता के मुद्दों को नहीं उठाएगा, तो जनता उनसे सवाल करेगी कि उन्होंने विपक्ष के तौर पर क्या किया।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कश्मीर मुद्दे पर बयान को भी गंभीरता से लिया। उन्होंने कहा कि ट्रंप का कश्मीर मुद्दा सुलझाने का दावा गलत है, क्योंकि यह भारत और पाकिस्तान के बीच शिमला समझौते का मसला है। गहलोत ने केंद्र सरकार से इस पर स्पष्ट रुख अपनाने की मांग की।
अशोक गहलोत ने भाजपा पर सरकारी धन के दुरुपयोग का भी गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब से भाजपा सत्ता में आई है, सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग बढ़ गया है। उन्होंने जोधपुर में तिरंगा यात्रा का उदाहरण देते हुए कहा कि इसके लिए सरकारी मशीनरी, एनसीसी और स्काउट्स के बच्चों को शामिल किया गया।
गहलोत ने सवाल उठाया कि भाजपा अपने पार्टी मंच से ऐसे आयोजन क्यों नहीं करती? उन्होंने इसे सरकारी धन का दुरुपयोग करार दिया और यह स्पष्ट करने की मांग की कि क्या पीएम का दौरा सरकारी है या राजनीतिक। सरकार को जनता की समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए, न कि केवल पीएम की यात्रा को चमकाने में संसाधन खर्च करने चाहिए। भाजपा की मंशा केवल दिखावे की है, जबकि जनता की मूलभूत जरूरतें अनदेखी की जा रही हैं। सरकार को विपक्ष के सवालों का जवाब देना चाहिए। जनता की मंशा को विपक्ष सामने लाता है और सत्ता पक्ष की ड्यूटी है कि वह इन मुद्दों पर स्पष्टता लाए।
सुरक्षा के मुद्दे पर गहलोत ने कहा कि पहलगाम हमले में सुरक्षा में चूक की बात सरकार के मंत्री ने भी स्वीकारी, लेकिन यह नहीं बताया गया कि चूक कैसे हुई और क्या कार्रवाई की गई। उन्होंने मांग की कि सरकार को देश को इसकी पूरी जानकारी देनी चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि ऑपरेशन को देखें तो यह आधुनिक और हाईटेक युद्ध का एक नमूना है। जहां 1971 के युद्ध में टैंक रेलगाड़ियों से आते थे और सेना का मूवमेंट एक अलग माहौल बनाता था, वहीं आज डिजिटल और तकनीकी युग में युद्ध का तरीका बदल गया है। राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर शानदार काम किया। आतंकी अड्डों को नष्ट किया गया, लेकिन दुश्मन के सैन्य ठिकानों पर सीधी कार्रवाई से बचा गया और सिविलियन क्षेत्रों को भी नुकसान नहीं पहुंचाया गया। यह सेना की रणनीति और तकनीकी दक्षता को दर्शाता है।