BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   मंगलवार, 13 मई 2025 06:51 PM
  • 39.02°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की पश्चिमी सीमा पर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा
  2. आदमपुर एयरबेस पहुंचकर पीएम मोदी ने पाकिस्तान के दावे की निकाली हवा
  3. सीबीएसई ने जारी किया कक्षा 12 का रिजल्ट, लड़कियों ने फिर मारी बाजी
  4. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पीएम मोदी ने आदमपुर एयरबेस पहुंच बढ़ाया जवानों का हौसला
  5. 17 मई से फिर शुरू होगा आईपीएल, फाइनल 3 जून को
  6. डीजीएमओ हॉटलाइन वार्ताः पाकिस्तान बोला एक भी गोली नहीं चलाएंगे, शत्रुतापूर्ण कार्रवाई नहीं करेंगे
  7. भारत-पाकिस्तान के डीजीएमओ ने की हॉट लाइन पर बात
  8. भारत-पाक तनाव पर ट्रंप ने कहा, ‘हमने परमाणु संघर्ष को रोका, नहीं तो लाखों लोग मारे जाते’
  9. ‘पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहे थे आतंक के आका, भारत ने एक झटके में खत्म कर दिया’
  10. ऑपरेशन सिंदूर : प्रधानमंत्री मोदी आज रात 8 बजे देश को संबोधित करेंगे
  11. सुंदर कांड की चौपाई ‘भय बिनु होय ना प्रीति’ सुना एयर मार्शल ने पाकिस्तान को दी नसीहत
  12. जरूरत पड़ने पर हर मिशन के लिए तैयार, भर चुका था उनके पाप का घड़ा : भारतीय सेना
  13. विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की, कहा- जीवन भर याद रहेगी इस प्रारूप से मिली सीख
  14. आतंकी हाफिज अब्दुर रऊफ को बताया ‘फैमिली मैन’, एक बार फिर हुआ पाकिस्तानी सेना का झूठ बेनकाब
  15. भारतीय सेना ने अदम्य साहस का परिचय दिया, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में हुआ राफेल का इस्तेमाल : संबित पात्रा

वलसाड जिले में महाशिवरात्रि महोत्सव की शुरुआत, 16 फीट ऊंचा रुद्राक्ष शिवलिंग आकर्षण का केंद्र

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 25 फ़रवरी 2025, 11:36 AM IST
वलसाड जिले में महाशिवरात्रि महोत्सव की शुरुआत, 16 फीट ऊंचा रुद्राक्ष शिवलिंग आकर्षण का केंद्र
Read Time:5 Minute, 6 Second

बीएनटी न्यूज़

वलसाड। गुजरात के वलसाड जिले के धरमपुर तहसील स्थित वांकल गांव में इस साल महाशिवरात्रि महोत्सव की भव्य शुरुआत हो चुकी है। यहां 16 फीट ऊंचे रुद्राक्ष शिवलिंग की स्थापना की गई है। यह अब श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र बन चुका है। इस शिवलिंग का निर्माण संत बटुक महाराज ने किया है, जो पहले ही लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में चार बार अपना नाम दर्ज करा चुके हैं।

यह विशेष शिवलिंग 36 लाख रुद्राक्षों से बनाया गया है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, रुद्राक्ष भगवान शिव के आंसुओं से उत्पन्न हुआ माना जाता है। इसका अभिषेक करने से पुण्य प्राप्त होता है, इसलिए रुद्राक्ष से बने शिवलिंग की पूजा का महत्व बहुत बढ़ जाता है।

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव के नेत्रों से जो आंसू गिरे, उन्हीं से रुद्राक्ष का निर्माण हुआ था। रुद्राक्ष को भगवान शिव का प्रतीक माना जाता है और इसे पूजा में विशेष स्थान प्राप्त है। यही कारण है कि वांकल गांव में 36 लाख रुद्राक्षों से निर्मित यह विशाल शिवलिंग भक्ति और श्रद्धा का मुख्य केंद्र बन चुका है।

रुद्राक्ष से बने शिवलिंग को अत्यधिक ऊर्जा से भरपूर और शक्तिशाली माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, इस पर जल चढ़ाने से शिवलिंग की पूजा का फल प्राप्त होता है।

प्राकृतिक वातावरण में स्थापित इस महाकाय रुद्राक्ष शिवलिंग के दर्शन के लिए हजारों श्रद्धालु वांकल गांव पहुंच रहे हैं। यहां शिवकथा का आयोजन भी किया जा रहा है, जिससे भक्तों को आध्यात्मिक आनंद मिल रहा है।

यह अब विश्व का सबसे ऊंचा रुद्राक्ष शिवलिंग बन चुका है। 16 फीट ऊंचे इस शिवलिंग के निर्माण में 36 लाख रुद्राक्षों का उपयोग किया गया है। इस उपलब्धि के लिए उन्हें रिकॉर्ड बुक ऑफ इंडिया द्वारा सम्मानित किया गया है।

इस अद्भुत और भव्य शिवलिंग के दर्शन से श्रद्धालु आस्था और शक्ति की भावना महसूस कर रहे हैं।

शिव भक्त शरद ठाकुर ने बताया, “मुझे यहां आकर ऐसा लग रहा है कि जैसे मैं शिव के शरण में आ गया। मैं कहूंगा कि यह मेरे जीवन का सबसे आनंदमय क्षण है। यह भव्य, दिव्य और अद्भुत शिवलिंग है। मैंने अपने जीवन में ऐसा शिवलिंग पहली बार देखा है। मैं वर्तमान में जिस तरह से आनंद की अनुभूति प्राप्त कर रहा हूं, उसका वर्णन कर पाना भी मेरे लिए मुश्किल लग रहा है। मैं शिवमय हो रहा हूं।”

इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के अध्यक्ष पवन सोलंकी ने बताया कि बटुक भाई ने धर्मपुर में एक विशाल शिवलिंग का निर्माण किया है, जिसे अब वर्ल्ड रिकॉर्ड्स इंडिया द्वारा प्रमाणित किया जा चुका है। यह शिवलिंग 16 फीट ऊंचा है और इसका डायमीटर 16 फीट है। इस शिवलिंग को बनाने में 36 लाख रुद्राक्ष का इस्तेमाल किया गया है, जो इसे और भी खास बनाता है।

उन्होंने आगे बताया कि इस अद्भुत निर्माण के लिए बटुक भाई की टीम को प्रमाण पत्र दिया गया। यह शिवलिंग विश्व में पहली बार धर्मपुर जैसी छोटी सी जगह में स्थापित किया गया है, जो इस क्षेत्र के लिए गर्व की बात है।

बटुक महाराज ने मीडिया को बताया कि उनकी टीम ने विश्व का सबसे ऊंचा शिवलिंग स्थापित किया है, जो 16 फुट ऊंचा है और इसमें छत्तीस लाख रुद्राक्ष का उपयोग किया गया है। इस विशाल शिवलिंग के निर्माण में करीब 76 दिन का समय लगा। चौथे दिन इसे पूरा किया गया।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *