BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   मंगलवार, 22 अप्रैल 2025 06:55 PM
  • 36.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. आईपीएल 2025 : प्रसिद्ध-राशिद की गेंदबाजी ने केकेआर को 159 पर रोका, गुजरात टाइटंस की 39 रनों से जीत
  2. दिल्ली एमसीडी चुनाव : आप ने मेयर चुनाव से बनाई दूरी, कांग्रेस ने लगाया भागने का आरोप
  3. चुनाव आयोग पर राहुल गांधी के आरोप को ईसी के पूर्व अधिकारी ने बताया बचकाना
  4. पीएम मोदी ने दिए लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए पुरस्कार
  5. पोप फ्रांसिस के निधन पर खड़गे, राहुल और प्रियंका ने जताया दुख
  6. भारत, अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के करीब
  7. बोकारो में एक करोड़ के इनामी सहित आठ नक्सली ढेर, डीजीपी बोले- बाकी सरेंडर करें अन्यथा मारे जाएंगे
  8. कांग्रेस के ‘युवराज’ विदेशों में करते हैं भारत को बदनाम, उनकी नीति और नीयत में खोट : अनुराग ठाकुर
  9. राहुल गांधी ने अमेरिका में उठाए सवाल बोले- महाराष्ट्र में बालिगों से ज्यादा वोटिंग कैसे हो गई?
  10. शांति और प्रेम की आवाज : पोप फ्रांसिस के निधन पर विश्व नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
  11. दुनिया उन्हें करुणा, विनम्रता के लिए रखेगी याद : पोप फ्रांसिस के निधन पर पीएम मोदी
  12. पोप फ्रांसिस का निधन, 88 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस
  13. इमरान मसूद ने राहुल के अमेरिका में दिए बयान का किया समर्थन, बोले- ईसीआई को लेकर जो कहा वो सच
  14. आम आदमी पार्टी मेयर चुनाव में नहीं उतारेगी उम्मीदवार, भाजपा के लिए रास्ता खुला
  15. विदेशी में जाकर भारतीय संस्थाओं का अपमान राहुल गांधी की पहचान बन गया है : शहजाद पूनावाला

आकाश आनंद नहीं कर सके कमाल, दिल्ली में भी गिरा ग्राफ

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 10 फ़रवरी 2025, 6:16 PM IST
आकाश आनंद नहीं कर सके कमाल, दिल्ली में भी गिरा ग्राफ
Read Time:3 Minute, 15 Second

बीएनटी न्यूज़

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के गिरते जनाधार को संभालने के लिए मायावती ने अपने भतीजे और नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद को कमान दी है। लेकिन हरियाणा के बाद दिल्ली के विधानसभा चुनाव में वह खाता खोलने में भी सफल नहीं हो सके। वह कोई कमाल नहीं दिखा सके हैं। दिल्ली में पार्टी का ग्राफ और गिर गया है।

दरअसल, बसपा मुखिया मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी का राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर और उत्तराधिकारी बनाकर पार्टी को पूरे देश में मजबूत करने की जिम्मेदारी दी है। बसपा को हरियाणा के बाद दिल्ली से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन यह खरे नहीं उतर सके।

बसपा मुखिया मायावती ने इसके लिए किसी को जिम्मेदार नहीं माना है। उन्होंने कहा कि “हवा चले जिधर की, चलो तुम उधर की” भाजपा की सरकार दिल्ली में बना दी है। भाजपा के पक्ष में लगभग एकतरफा होने से बसपा सहित दूसरी पार्टियों को काफी नुकसान सहना पड़ा है।

वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक वीरेंद्र सिंह रावत कहते हैं कि हरियाणा, महाराष्ट्र-झारखंड के बाद दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी बसपा का खाता नहीं खुल सका। पार्टी के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद भी कुछ नहीं कर सके। उन्होंने बताया कि लगातार बसपा के गिर रहे जनाधार को बढ़ाने के लिए बसपा ने नए उभरते हुए दलित नेता चंद्रशेखर के खिलाफ आकाश आनंद को खड़ा करने की कोशिश की है। क्योंकि युवा दलित मतदाता चंद्रशेखर की तरफ आकर्षित हो रहा है। उसे रोकने और युवाओं में पैठ बढ़ाने के लिए मायावती ने आकाश को लॉन्च तो किया है, लेकिन अभी तक कुछ खास हो कर नहीं पाए। न ही वोट बैंक बढ़ाने में, न संगठन को मजबूती देने में।

अभी हाल में यूपी में हुए उपचुनाव में भी महाराष्ट्र व झारखंड विधानसभा चुनाव में भी बसपा को पराजय का ही सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में बसपा का ग्राफ पहले के चुनाव की अपेक्षा काफी कम हुआ है। लगातार गिरते ग्राफ का असर आगे के चुनाव में पड़ सकता है। इसके लिए पार्टी को कोई अलग रणनीति अपनानी पड़ सकती है। पहले हरियाणा-जम्मू-कश्मीर, फिर महाराष्ट्र-झारखंड और अब दिल्ली में बसपा का लचर प्रदर्शन पार्टी के लिए अस्तित्व का संकट बढ़ाने वाला भी हो सकता है।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *