
बीएनटी न्यूज़
अलवर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के अलवर दौरे को लेकर विधानसभा में विपक्ष के नेता टीका राम जूली ने जोरदार निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा फैसला लेने की स्थिति में नहीं हैं।
सोमवार को बीएनटी न्यूज़ से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की स्थिति यह बन गई है कि वह निर्णय लेने की स्थिति में नहीं है। दिल्ली से जब तक पर्ची नहीं आती है, वह फैसले नहीं ले पाते हैं। उन्होंने कहा कि डेढ़ साल से ज्यादा का समय बीत गया है। अलवर में उन्होंने पानी देने का वादा किया था। लेकिन वादा पूरा नहीं किया गया है। राजस्थान में कानून नाम की कोई चीज नहीं है। यहां पर माफिया राज बढ़ा है।
टीका राम जूली ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि अलवर जिले की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा को ज्ञापन देने जा रहे अलवर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों को पुलिस हिरासत में लेना न केवल निंदनीय है, बल्कि भाजपा सरकार की तानाशाही मानसिकता है। लोकतंत्र में हर नागरिक को अपनी बात कहने, विरोध दर्ज करने और प्रदर्शन करने का अधिकार है। सरकार का यह तानाशाही रवैया न्यायोचित नहीं है, यह लोकतांत्रिक मूल्यों, संवैधानिक अधिकारों का घोर अपमान है।
दूसरी ओर बीसीसीआई की ओर से एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के सभी आयोजनों से हटने की आशंकाओं के बीच टीका राम जूली ने कहा कि आज देश में जो स्थिति है, जिस तरह से पाकिस्तान आतंकवादियों को संरक्षण दे रहा है, मुझे नहीं लगता कि हमें ऐसे लोगों से कोई संबंध रखना चाहिए।
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से टीएमसी सांसद यूसुफ पठान की ओर से नाम वापिस लिए जाने पर टीका राम जूली ने कहा कि मैं समझता हूं कि उनके अपने कारण हो सकते हैं, और उनके पार्टी के सदस्य इसका जवाब देंगे। लेकिन जिस समय यह आतंकवादी हमला हुआ और कार्रवाई की आवश्यकता थी, उस समय कांग्रेस पार्टी का स्पष्ट रुख था कि हम सरकार और सेना के साथ हैं और आज भी हैं।