
बीएनटी न्यूज़
रांची। झारखंड मैट्रिक बोर्ड परीक्षा के हिंदी और विज्ञान के पेपर लीक होने पर राज्य में बवाल मच गया है। पेपर लीक के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की मांग को लेकर गुरुवार को छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो के नेतृत्व में झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) के दफ्तर के समक्ष विरोध-प्रदर्शन किया।
भारतीय जनता पार्टी ने भी इसे लेकर राज्य की सरकार पर जोरदार हमला बोला है। काउंसिल दफ्तर के सामने प्रदर्शन के दौरान छात्र नेताओं ने कहा कि उन्होंने जब 19 फरवरी को काउंसिल के सचिव को पेपर लीक के सबूत के साथ ज्ञापन सौंपा था तो उसे सिरे से नकार दिया गया था। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पेपर गुरुवार को परीक्षा के प्रश्न पत्र से हूबहू मेल खा गए। इससे पता चलता है कि कहीं न कहीं इस मामले में काउंसिल से जुड़े लोगों की मिलीभगत है। यह छात्रों का भविष्य बर्बाद करने का मामला है।
छात्र नेता देवेंद्रनाथ महतो ने कहा कि पेपर लीक की यह कोई पहली घटना नहीं है। इसके पहले झारखंड कर्मचारी चयन आयोग और जेपीएससी की परीक्षाओं के भी पेपर लीक हुए हैं। राज्य में पेपर लीक कराने वाले माफिया संगठित तौर पर सक्रिय हैं। दुखद यह है कि ऐसे मामलों में छात्रों के विरोध-प्रदर्शन को लाठियों के बल पर दबाने की कोशिश होती है।
झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी पेपर लीक की घटना पर राज्य की हेमंत सोरेन सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “पेपर लीक माफिया के रूप में कुख्यात हेमंत सरकार ने झारखंड को फिर से शर्मसार कर दिया है। शायद यह पहली बार है कि झारखंड में मैट्रिक परीक्षा का पेपर लीक हुआ है। आज सुबह से विज्ञान विषय का पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था। परीक्षा शुरू होने के बाद जब प्रश्न पत्र से मिलान किया गया तो हू-ब-हू मिल गया।”
मरांडी ने आगे लिखा, “पूरी संभावना है कि जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा का पेपर लीक करने वाले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीबी गिरोह ने ही मैट्रिक परीक्षा पेपर लीक कांड को अंजाम दिया है। जैक अध्यक्ष ने भी प्रश्न पत्र मिलने की बात स्वीकार की है, जबकि शिक्षा विभाग के अधिकारी लीपापोती करने में लगे हैं।”
भाजपा अध्यक्ष ने इस मामले में शिक्षा मंत्री और जैक अध्यक्ष से नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए उनके इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार इस पेपर लीक कांड की सीबीआई जांच की अनुशंसा कर दोषियों पर कठोर दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करे।