
बीएनटी न्यूज़
चंडीगढ़। पंजाब में जहरीली शराब से हुई मौतों के मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया से राजभवन में मुलाकात की। इस मुलाकात का उद्देश्य इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करना और पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार की विफलताओं को उजागर करना था।
सुनील जाखड़ ने इस मामले में आम आदमी पार्टी सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पंजाब की चुनी हुई सरकार को दिल्ली के लोगों ने हाईजैक कर लिया है। पंजाब के कुछ विभागों को दिल्ली के नेता जैसे मनीष सिसोदिया, वैभव कुमार संभाल रहे हैं। ये वही लोग हैं, जो दिल्ली में शराब घोटाले के मामले में जेल जा चुके हैं। यह घटना पंजाब के लोगों के दिलों को चोट पहुंचाने वाली है। असली दोषी दिल्ली वाले हैं, जिन्होंने पंजाब को अपने कब्जे में ले लिया है।”
सुनील जाखड़ ने राज्यपाल कटारिया से मांग की कि पंजाब सरकार द्वारा पारित उस बिल को रद्द किया जाए, जिसमें बिना सरकार की मंजूरी के सीबीआई जांच की अनुमति नहीं दी जा सकती। मुख्यमंत्री भगवंत मान अपने मूल कर्तव्यों को छोड़कर अन्य कामों में व्यस्त हैं। अगर इस मामले में धारा 302 के तहत कोई मामला दर्ज हुआ है, तो मुख्यमंत्री इसका खुलासा करें।
बीजेपी नेता ने दिल्ली की आबकारी नीति का जिक्र करते हुए कहा कि वहां का मामला अभी खत्म नहीं हुआ है और पंजाब में हुई इस त्रासदी के पीछे भी वही लोग जिम्मेदार हैं। उन्होंने मृतक परिवारों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने को “पाप धोने” की कोशिश करार दिया और मांग की कि दोषियों की संपत्ति जब्त की जाए, जैसा कि ड्रग्स के मामलों में होता है। लोग साइकिल पर चलते थे, वे अब डिफेंडर गाड़ियों में घूम रहे हैं।”
इसके अलावा सुनिल जाखड़ ने विपक्षी नेताओं पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुछ विपक्षी नेता देश की सशस्त्र सेनाओं पर सवाल उठा रहे हैं और उनकी भाषा “पाकिस्तान जैसी” है। मैं प्रधानमंत्री से अनुरोध करता हूं कि इन नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान में मौलाना मसूद अजहर के घर भेजें, जहां वे अपना दुख साझा कर सकें क्योंकि वे पाकिस्तान की भाषा बोलते हैं।