
बीएनटी न्यूज़
मुंबई। महाराष्ट्र कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और विधायक नाना पटोले ने मंगलवार को लाडकी बहना योजना को लेकर महाराष्ट्र सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि महिलाओं से 2100 रुपये देने का वादा किया गया, लेकिन उन्हें सिर्फ 500 रुपये दिए जा रहे हैं।
पत्रकारों से बात करते हुए नाना पटोले ने कहा, “हमने पहले भी इस योजना पर सवाल उठाए थे। फिर भी चुनावों को ध्यान में रखते हुए बिहार, उपचुनाव समेत हर जगह यही खेल खेला गया। महिलाओं से 2100 रुपये देने का वादा किया गया, लेकिन अब सरकार उन्हें सिर्फ 500 रुपये दे रही है। यह लाडकी बहनों से विश्वासघात है। अब सरकार कह रही है कि उन्होंने लाडकी बहनों को पैसे दिए, इसलिए अब हमारे पास विकास के लिए पैसे नहीं हैं। इससे साफ जाहिर होता है कि भाजपा की सरकार ने लाडकी बहना योजना के साथ विश्वासघात करने का काम किया है।”
नाना पटोले ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे द्वारा फंड अप्रूवल किए जाने को लेकर कहा, “यह सरकार जनता का पैसा लूटने में लगी है। किसने कितना पैसा लिया, इसी पर शर्तें लग रही हैं। अजित पवार ने तो बता दिया है कि मैंने तो फंड ले लिया है, अब तुम अपना देख लो।”
रॉबर्ट वाड्रा को ईडी का नोटिस भेजे जाने पर कांग्रेस नेता ने कहा, “भाजपा, कांग्रेस से घबरा गई है। चुनाव आते ही पीएम मोदी और अमित शाह ईडी जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल कर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को डराने का काम करते हैं। मैं उनको बता देना चाहता हूं कि कांग्रेस डरने वाली पार्टी नहीं है और जो काम नहीं किया है, उससे डरने की कोई वजह भी नहीं है। कांग्रेस पूरी ताकत के साथ लड़ेगी और हमारा एक ही उद्देश्य है कि बीजेपी द्वारा देश में धर्म के नाम पर की जा रही बांटने की राजनीति को रोकना है।”
उन्होंने किसानों के मुद्दे पर कहा, “कांग्रेस पार्टी ने बार-बार कहा है कि भाजपा और उनके साथी दल किसान विरोधी हैं। किसानों को मुआवजा और कर्ज माफी का पैसा नहीं दिया गया। पहले जमीन अधिग्रहण पर 15 प्रतिशत ब्याज दिया जाता था, अब सरकार ने उसे घटाकर 9 प्रतिशत कर दिया है। इसका मतलब है कि महाराष्ट्र की भाजपा और अलायंस सरकार किसानों के साथ धोखाधड़ी कर रही है।”
नाना पटोले ने मुर्शिदाबाद हिंसा पर बयान दिया। उन्होंने कहा, “देश में जो लोग सत्ता में बैठे हैं, वो कहते हैं कि यह हिंदुओं की सरकार है। अगर ऐसा है तो फिर हिंदुओं पर अत्याचार क्यों हो रहा है? हिंदुओं को अपना घर छोड़कर जाने पर मजबूर क्यों होना पड़ रहा है?”