बीएनटी न्यूज़
धौलपुर। राजस्थान के धौलपुर के बसेड़ी उपखंड स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में अव्यवस्थाओं के खिलाफ ग्रामीणों ने स्कूल के गेट पर ताला लगाकर विरोध-प्रदर्शन किया।
ग्रामीणों ने विद्यालय प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि स्कूल की छत की कई पट्टियां टूटी हुई हैं।
इसके अलावा, विद्यालय प्रबंधन समिति (एसएमसी), अभिभावक-शिक्षक बैठक (पीटीएम) और अन्य किसी भी बैठक में ग्रामीणों को बुलाया नहीं जाता। उन्होंने यह भी बताया कि एसएमसी अध्यक्ष और सचिव कई सालों से नहीं बदले हैं।
ग्रामीणों का कहना था कि विद्यालय के एक अध्यापक मयंक शर्मा को नियमित रूप से डेपुटेशन पर भेजा जाता है, जबकि वह एक योग्य शिक्षक हैं और बच्चों को अच्छे से पढ़ाते हैं।
वहीं, अन्य अध्यापक विद्यालय में मोबाइल का इस्तेमाल करते रहते हैं, लेकिन उन्हें कहीं भी डेपुटेशन पर नहीं भेजा जाता।
विरोध-प्रदर्शन की सूचना मिलने पर उपखंड अधिकारी अनिल कुमार मीणा, सीबीईओ राजेंद्र कुमार मीणा और नायब तहसीलदार मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से बातचीत की।
उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। इसके बाद, ग्रामीणों ने विद्यालय का ताला खोल दिया।
बसेड़ी के एसडीएम अनिल कुमार मीणा ने बताया कि सुबह इस संबंध में सूचना मिलने पर हमने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। इस दौरान कई मुद्दे उठाए गए। जैसे एसएमसी की मीटिंग समय पर नहीं होना। इसके अलावा, पीटीएम का नहीं होना। इस तरह से कई अन्य अनियमितताएं स्कूल में बरती जा रही हैं, जिसे लेकर ग्रामीणों ने रोष जाहिर किया है।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में एक समिति का गठन किया गया है जिसमें समाज के सदस्यों को भी शामिल किया जाएगा। इसके अलावा, ग्रामीणों से आग्रह किया गया है कि अगर उन्हें किसी बात पर आपत्ति है, तो वे एसडीएम के पास जाकर अपनी बात खुलकर रख सकते हैं।
बसेड़ी के सीबीईओ राजेंद्र कुमार मीणा ने कहा कि ग्रामीणों ने एसएमसी का पुनर्गठन करने की मांग की है। इसके अलावा, यहां एक टीचर कार्यरत थे, जिन्हें दूसरी जगह लगा दिया गया है। उन्हें लेकर यह मांग की गई है कि वे इसी स्कूल में पढ़ाएं।
उन्होंने कहा कि स्कूल में भी कई अव्यवस्थाएं हैं, जिन्हें ठीक करने की मांग की गई है। हम इन तमाम अव्यवस्थाओं को दूर करेंगे। इसके अलावा, जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।