
बीएनटी न्यूज़
पटना। केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने अपने दो दिवसीय बिहार दौरे के क्रम में जहां एनडीए कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाया, वहीं विपक्ष को विभिन्न मुद्दों को लेकर घेरा। उन्होंने राजद और कांग्रेस को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर आड़े हाथों लिया तो परिवारवाद को लेकर भी निशाना साधा। इधर, राजद के नेता अब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर पलटवार कर रहे हैं।
राजद की सांसद मीसा भारती ने कहा कि राजद अध्यक्ष लालू यादव जब रेल मंत्री थे, तब उन्होंने बिहार को तीन कारखाने दिए थे। अमित शाह को यह पता होना चाहिए कि बिहार को किसी ने कारखाना देने का काम किया है, तो वे लालू यादव हैं। अगर कोई पूछे कि बिहार में क्या है, तो रेलवे के वही तीन कारखाने हैं जो लालू यादव की सरकार में बने। लालू यादव ने बिहार में छह विश्वविद्यालय देने का काम किया, उसके बाद सातवां विश्वविद्यालय यहां नहीं बना।
इधर, राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने गृह मंत्री अमित शाह द्वारा पटना के बापू सभागार में दिए भाषण पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि एनडीए और भाजपा के नेताओं का काम योजनाओं का शिलान्यास और शुभारंभ के नाम पर केवल मीडिया की सुर्खियां बटोरना है, काम से मतलब नहीं है। ऐसी योजनाओं की एक लंबी सूची है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि इससे बड़ा मजाक और क्या हो सकता है कि दस वर्षों से केंद्र में और लगभग दो दशकों से बिहार की सत्ता पर काबिज भाजपा नेता विपक्षी नेताओं से कामों का हिसाब मांग रहा है। इसकी जानकारी तो उन्हें सरकारी दस्तावेजों से ही मिल जाएगी। राजद के शासनकाल से एनडीए के शासनकाल में आपराधिक घटनाओं में दो सौ प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर बोलने से पहले गृहमंत्री को 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नीतीश कुमार पर लगाए गए भ्रष्टाचार और घोटालों की सूची भी देख लेनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि दरअसल बिहार की जनता उनसे जानना चाहती है कि 10 वर्षों में केंद्र की सरकार ने बिहार को क्या दिया?