
बीएनटी न्यूज़
मुंबई। महाराष्ट्र के नासिक में शिवसेना (यूबीटी) गुट के नेता बाला दराडे ने वीर सावरकर के अपमान को लेकर राहुल गांधी का मुंह काला करने की धमकी दी है। विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीराज नायर ने कहा कि वीर सावरकर के बलिदान और देशभक्ति का सम्मान केवल महाराष्ट्र ही नहीं, बल्कि पूरा देश करता है।
श्रीराज नायर ने गुरुवार को बीएनटी न्यूज़ से खास बातचीत में कहा कि राहुल गांधी द्वारा बार-बार सावरकर के प्रति अपमानजनक टिप्पणियां करना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है और यह देशभक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला कृत्य है। उन्होंने मांग की कि राहुल गांधी को महाराष्ट्र के नागरिकों और देश की जनता से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वीर सावरकर के योगदान को छोटा करके दिखाना न केवल अनुचित है, बल्कि यह हमारे देश के इतिहास और स्वतंत्रता संग्राम में दिए गए बलिदानों की भी अवहेलना है।
श्रीराज नायर ने कांग्रेस पार्टी द्वारा अपने ही सांसद शशि थरूर की आलोचना पर भी निराशा जताई। उन्होंने कहा कि हाल ही में पहलगाम में निर्दोष नागरिकों की हत्या बेहद निंदनीय है और इस्लामाबाद को जवाब देने के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकवादियों के नौ ठिकाने तबाह किए गए। आतंकवाद को पाकिस्तान के समर्थन की सच्चाई को अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर सामने लाने के लिए केंद्र सरकार ने विभिन्न देशों में प्रतिनिधिमंडल भेजे हैं, जिनमें शशि थरूर भी शामिल हैं।
थरूर के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि वह देशहित में अच्छा कार्य कर रहे हैं, लेकिन दुर्भाग्यवश कांग्रेस पार्टी इस योगदान को स्वीकार नहीं कर पा रही है। उन्होंने कांग्रेस नेताओं से अपील की कि वे राजनीतिक स्वार्थ से ऊपर उठकर थरूर जैसे नेताओं के राष्ट्रहितकारी प्रयासों को सराहें।
इसके अलावा, पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा को लेकर श्रीराज नायर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान का समर्थन किया, जिसमें उन्होंने इस घटना को ममता बनर्जी सरकार की ‘निर्ममता’ का प्रतीक बताया था। नायर ने कहा कि ममता सरकार की नीति विशेषकर हिंदुओं, अनुसूचित जातियों और जनजातियों के प्रति क्रूरता दर्शाती है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिहादी ताकतों द्वारा मानवाधिकारों का उल्लंघन, शोभायात्राओं पर हमले, और निर्दोषों पर अत्याचार जैसी घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, जिनका संज्ञान न्यायालय और अन्य जांच एजेंसियों ने भी लिया है।
उन्होंने कहा कि सत्ता में बने रहने की लालसा में ममता सरकार ने हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों और नरसंहारों को नजरअंदाज किया है, जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है।