
बीएनटी न्यूज़
मुंबई। शिवसेना प्रवक्ता कृष्णा हेगड़े ने मंगलवार को कई संवेदनशील मामलों पर अपनी राय रखते हुए केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट के निर्णयों का समर्थन किया। इसके अलावा, उन्होंने कुछ नेताओं और व्यक्तियों की आलोचना भी की।
सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी पर मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह की टिप्पणी पर कृष्णा हेगड़े ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में एफआईआर की जांच के लिए विशेष जांच टीम (एसआईटी) के गठन की बात कही है, जो सराहनीय कदम है। कर्नल कुरैशी का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता भी भारतीय सेना में सेवा दे चुके हैं। ऐसे देशभक्त परिवार के खिलाफ कोई भी अपमानजनक टिप्पणी निंदनीय है। सुप्रीम कोर्ट और भाजपा सरकार ने इस दिशा में जो भी कार्रवाई की है, वह बिल्कुल उचित और समयोचित है। इस प्रकार के मामलों में सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह की गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी करने से बचे।
हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के मामले में हेगड़े ने कहा कि पाकिस्तानी अधिकारियों से उनका संपर्क होना एक गंभीर और चिंताजनक विषय है। ज्योति मल्होत्रा ब्लॉगिंग के नाम पर भारत की संवेदनशील जगहों के वीडियो और दस्तावेज बनाकर पाकिस्तान को भेज रही थीं, जो सीधा देशद्रोह है। ऐसे राष्ट्रविरोधी कार्यों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए और उन्हें देशद्रोह की सजा दी जानी चाहिए। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि धार्मिक और पर्यटन स्थलों जैसे कि राम मंदिर या वृंदावन गार्डन को दिखाना गलत नहीं है, लेकिन सैन्य या रणनीतिक महत्व वाली जगहों की जानकारी सार्वजनिक करना राष्ट्रहित के खिलाफ है।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की हालिया टिप्पणियों को लेकर हेगड़े ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद राहुल गांधी का सेना और सरकार से सबूत मांगना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और अनुचित है। कोई भी सरकार अपनी रणनीति सार्वजनिक नहीं करती और इस तरह के बयान सेना के मनोबल को तोड़ने वाले होते हैं। डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (डीजीएमओ) ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि सभी पायलट सुरक्षित हैं और सकुशल लौट चुके हैं।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की भाषा और बयानबाजी पाकिस्तान के पक्ष जैसी प्रतीत होती है। अंत में हेगड़े ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ कठोर और प्रभावी कदम उठाए हैं और देश की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाएगा।