BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   सोमवार, 14 अप्रैल 2025 02:55 AM
  • 24.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. पश्चिम बंगाल में लगे राष्ट्रपति शासन : जगदंबिका पाल
  2. जदयू के ‘भीम संवाद’ कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, मंत्री अशोक चौधरी को दिया ‘टास्क’
  3. बाजवा पंजाब में 50 बम होने का कर रहे दावा, बताएं सोर्स, अन्यथा होगी कार्रवाई: भगवंत मान
  4. प्रशांत किशोर डिप्रेशन में चले गए हैं, उनसे चुनौती की उम्मीद नहीं : दिलीप जायसवाल
  5. राष्ट्रपति मुर्मू, पीएम मोदी ने ‘सामाजिक परंपराओं और विविधता में एकता के प्रतीक’ बैसाखी की दी शुभकामनाएं
  6. आईपीएल 2025 : अभिषेक शर्मा की धुआंधार पारी से हैदराबाद ने पंजाब को 8 विकेट से रौंदा
  7. बंगाल में वक्फ अधिनियम को लेकर हिंसा : कलकत्ता हाईकोर्ट ने सीएपीएफ की तत्काल तैनाती का दिया आदेश
  8. हेराल्ड हाउस केस : ईडी ने एसोसिएटेड जर्नल्स की संपत्तियां जब्त करने के लिए दिया नोटिस
  9. राहुल गांधी और चीन की कम्युनिष्‍ट पार्टी के बीच समझौते से देश का व्यापार घाटा 25 गुना बढ़ा : पीयूष गोयल
  10. सुखबीर सिंह बादल फिर बने शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष
  11. देशभर में यूपीआई लेनदेन में दिक्कत, ‘तकनीकी समस्या’ बनी वजह
  12. दिल्ली एमसीडी में मेयर चुनाव की तैयारी तेज, भाजपा और ‘आप’ में कांटे की टक्कर
  13. आईपीएल 2025: धोनी की कप्तानी में भी फ्लॉप रही चेन्नई सुपर किंग्स, कोलकाता ने आठ विकेट से हराया
  14. पीएम मोदी ने अन्नाद्रमुक के एनडीए में शामिल होने पर खुशी जताई, कहा- ‘हम तमिलनाडु को प्रगति की नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे’
  15. भाजपा और अन्नाद्रमुक तमिलनाडु की भाषा, संस्कृति व विरासत की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध : अमित शाह

46 साल बाद भी नहीं मिला न्याय, संभल दंगे के पीड़ितों ने बयां की कहानी

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 17 दिसंबर 2024, 10:59 PM IST
46 साल बाद भी नहीं मिला न्याय, संभल दंगे के पीड़ितों ने बयां की कहानी
Read Time:3 Minute, 23 Second

बीएनटी न्यूज़

संभल। उत्तर प्रदेश का संभल जिला इन दिनों कई कारणों से सुर्खियों में है। पहले मस्जिद में सर्वे के दौरान हुई हिंसा और फिर दशकों से बंद पड़े मंदिर को लेकर विवाद, लेकिन अब संभल का एक पुराना मामला चर्चा में है, जिसका जिक्र हाल ही में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में किया था।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा में 1978 के संभल दंगे का काला अध्याय उजागर किया। उन्होंने संभल के अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय की पीड़ा का उल्लेख करते हुए बताया कि यह दंगे हिंदू समाज के लिए एक बहुत ही दर्दनाक और भयावह अनुभव थे। उन्होंने उस मंदिर का भी जिक्र किया, जो इन दंगों के बाद से बंद पड़ा था। हिंदू पक्ष का दावा है कि इस मंदिर में ताला 1978 के दंगों के बाद लगा था, जब पूरे क्षेत्र में दंगे भड़के थे और लोग अपनी जान बचाने के लिए संभल से पलायन कर गए थे।

बीएनटी न्यूज़ से बात करते हुए, संभल दंगों के दो पीड़ितों ने अपनी दर्दनाक कहानी बयां की। देवेंद्र रस्तोगी ने बताया कि उस समय कई लोगों की जान गई थी। दुकानों में आग लगा दी गई थी और इलाके में जबरदस्त हिंसा फैली थी। उन्होंने बताया कि उस वक्त कांग्रेस की सरकार की लापरवाही के कारण पुलिस बल की पर्याप्त तैनाती नहीं की गई थी। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दंगों के दोषियों पर कार्रवाई की बात को सराहा और कहा कि जिन लोगों के परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उन्हें मुआवजा मिलना चाहिए।

रस्तोगी ने आगे कहा कि हम अपनी छतों पर थे और हर तरफ आग लगी हुई थी। 50 से ज्यादा दुकानें जलकर राख हो गई थी। एक शख्स ने ताड़ के पेड़ पर चढ़कर अपनी जान बचाई थी। उस दौरान करीब एक महीने का कर्फ्यू लगा था।

किरण गर्ग ने भी 1978 के दंगों को याद करते हुए बताया कि वह 1972 में शादी के बाद अपने घर में रहती थीं, जो इसी मंदिर के पास था। उस समय उनके घर के आसपास अधिकांश मुस्लिम आबादी थी और कुछ ही हिंदू परिवार रहते थे। दंगों के दौरान उन्होंने महसूस किया कि यह वक्त संभल छोड़ने का था। कर्फ्यू के दौरान पूरे शहर में भय का माहौल था। यदि योगी आदित्यनाथ ने दंगों के दोषियों पर कार्रवाई की बात की है, तो यह एक सकारात्मक कदम है और इस पर अमल होना चाहिए।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *