BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   बुधवार, 23 अप्रैल 2025 07:27 AM
  • 24.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. पहलगाम आतंकी हमले में 16 की मौत, गृह मंत्री की अध्यक्षता में सुरक्षा समीक्षा बैठक
  2. अखिलेश यादव का भाजपा पर तंज, ‘एक फेज में चुनाव तक नहीं करा पाते’
  3. राजनाथ सिंह, खड़गे समेत तमाम नेताओं ने की पहलगाम हमले की निंदा, कहा- ‘कायरतापूर्ण और अत्यंत निंदनीय’
  4. निर्वाचन आयोग ने महाराष्ट्र चुनाव पर राहुल गांधी के एक-एक दावे का तथ्यों के साथ किया खंडन
  5. पीएम मोदी की अप्रूवल रेटिंग से मुझे ईर्ष्या होती है : अमेरिकी उपराष्ट्रपति वेंस
  6. मल्लिकार्जुन खड़गे को बिहार में कोई नहीं जानता है : गोपाल मंडल
  7. पश्चिम बंगाल में हिन्दू डरे हुए हैं, उनको वोट तक नहीं डालने देते : गिरिराज सिंह
  8. अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने परिवार संग देखा जयपुर का आमेर किला, राजस्थानी संस्कृति का लिया आनंद
  9. पहलगाम आतंकी हमला : पीएम मोदी बोले, ‘आतंकियों का एजेंडा सफल नहीं होगा’
  10. राष्ट्रपति मुर्मू ने पहलगाम हमले की निंदा की, बताया ‘दर्दनाक और अमानवीय’ कृत्य
  11. जम्‍मू-कश्‍मीर : पहलगाम आतंकी हमले में एक पर्यटक की मौत, 12 घायल, सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘स्तब्ध हूं’
  12. आईपीएल 2025 : प्रसिद्ध-राशिद की गेंदबाजी ने केकेआर को 159 पर रोका, गुजरात टाइटंस की 39 रनों से जीत
  13. दिल्ली एमसीडी चुनाव : आप ने मेयर चुनाव से बनाई दूरी, कांग्रेस ने लगाया भागने का आरोप
  14. चुनाव आयोग पर राहुल गांधी के आरोप को ईसी के पूर्व अधिकारी ने बताया बचकाना
  15. पीएम मोदी ने दिए लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए पुरस्कार

कपास, बासमती जैसी वैकल्पिक फसलें अपनाएं : पंजाब के मुख्यमंत्री

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 31 मार्च 2023, 11:14 AM IST
कपास, बासमती जैसी वैकल्पिक फसलें अपनाएं : पंजाब के मुख्यमंत्री
Read Time:3 Minute, 16 Second

कपास, बासमती जैसी वैकल्पिक फसलें अपनाएं : पंजाब के मुख्यमंत्री

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने फसल विविधीकरण को राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण आवश्यकता बताते हुए गुरुवार को किसानों से कपास, बासमती और मूंग जैसी वैकल्पिक फसलों को अपनाने का आह्वान किया। किसानों को एक वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि उपजाऊ भूमि पर कई फसलें उगाई जाती थीं, लेकिन धीरे-धीरे किसानों ने खुद को धान तक ही सीमित कर लिया।

उन्होंने कहा कि इससे अत्यधिक बिजली की खपत, पानी के स्तर में कमी के मामले में राज्य की स्थलाकृति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, क्योंकि अधिकांश ब्लॉक अत्यधिक अंधेरे क्षेत्रों में चले गए थे, पराली जलाने और अन्य के कारण प्रदूषण हुआ था।

मान ने कहा कि इससे निपटने के लिए वैकल्पिक फसलों को अपनाने की जरूरत है, मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली एक उच्च स्तरीय समिति ने भी इन फसलों को अपनाने की सिफारिश की है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इसे बड़े पैमाने पर अपना रही है। उन्होंने 1 अप्रैल से कपास की फसल के लिए नहर का पानी उपलब्ध कराने की गारंटी दी और कपास की फसल पर बीमा और बासमती पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) प्रदान करने के अलावा पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) द्वारा प्रमाणित कपास के बीज पर 33 प्रतिशत सब्सिडी देने की घोषणा की।

मान ने धान से उत्पन्न विभिन्न खतरों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि कपास की खेती के तहत क्षेत्र बढ़ाने के लिए सरकार का ²ढ़ विश्वास समस्या की जांच करेगा।

उन्होंने कहा कि सफेद मक्खी और गुलाबी कृमि के हमले को रोकने के लिए निवारक उपाय भी किए जा रहे हैं।

पीआर 126 और धान की अन्य समान किस्मों की खेती की सिफारिश करते हुए उन्होंने कहा कि पीएयू प्रमाणित किस्मों को बढ़ावा देने और पूसा 44 जैसी पानी की खपत वाली किस्मों को हतोत्साहित करने पर विशेष जोर दिया जा रहा है, जो कटाई के लिए पर्याप्त समय लेती हैं।

मान ने कहा कि मूंग पर एमएसपी जारी रहेगा लेकिन हाल के शोधों से पता चला है कि इसकी फसल पर सफेद मक्खी की समस्या उत्पन्न हो जाती है। उन्होंने किसानों को मानसा, बठिंडा, मुक्तसर साहिब और फाजिल्का जिलों में मूंग की खेती नहीं करने की सलाह दी।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *