
पॉलिसी मेकिंग में डेटा और एविडेंस के उपयोग के लिए जे-पाल दक्षिण एशिया के साथ साझेदारी
नई दिल्ली, 26 फ़रवरी (बीएनटी न्यूज़)| दिल्ली सरकार की महत्वाकांक्षी विजन दिल्ली 2047 को पूरा करने के लिए दिल्ली डायलॉग एंड डेवलपमेंट कोमिस्सिओं (डीडीसी) ने अब्दुल लतीफ जमील पॉवर्टी एक्शन लैब (जे-पाल) दक्षिण एशिया के साथ साझेदारी की है ताकि दिल्ली में एविडेंस बेस्ड पालिसी मेकिंग को मजबूत किया जा सके। इस बाबत दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और डीडीसी वाईस-चेयरपर्सन जैस्मीन शाह की मौजूदगी में डीडीसी दिल्ली और जे-पाल दक्षिण एशिया के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया। इस पार्टनरशिप का उद्देश्य मैक्सिमम इम्पेक्ट के लिए प्रमुख आर्थिक क्षेत्रों में नीतिगत समाधानों को डिजाइन, परीक्षण और स्केल अप करने के लिए हाई क्वालिटी एडमिनिस्ट्रेटिव डेटा का बेहतर ढंग से लाभ उठाना है।
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि कन्वेंशनल के साथ-साथ नए जमाने के बाजारों में रोजगार पैदा करना दिल्ली सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है ताकि 2047 तक दिल्ली की अर्थव्यवस्था को सिंगापुर की अर्थव्यवस्था के बराबर पहुंचाने का विजन पूरा हो सके।
उन्होंने कहा कि जे-पाल दक्षिण एशिया के साथ साझेदारी रोजगार के परिणामों में सुधार के साथ-साथ वर्क-फोर्स में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की दिशा में सक्षम होगी।
डीडीसी दिल्ली के वाईस चेयरपर्सन जैस्मीन शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री दिल्ली वल्र्ड की बेस्ट प्रैक्टिसेज को एक्स्प्लोर करने और उन्हें अपनी नीतियों में शामिल करने की राजनीतिक इच्छाशक्ति के साथ पूरे विश्व में इनोवेशन के केंद्र के रूप में उभर रहा है। इस दिशा में जे-पाल दक्षिण एशिया के साथ सहयोग दिल्ली में लोगों के जीवन में बेहतर और स्थायी सुधार लाने संबंधित नीतियों को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि इस साझेदारी का फ्रेमवर्क काफी व्यापक है जो सरकार की बदलती प्राथमिकताओं के अनुसार काम करेगा।
इस पार्टनरशिप में पहले कदम के रूप में, जे-पाल दिल्ली सरकार सरकार के प्रमुख जॉब पोर्टल, ‘रोजगार बाजार’ द्वारा दी जाने वाली सेवाओं को ओवरहाल करके दिल्ली में युवाओं के लिए रोजगार के लिए बेहतर तरीकों का पता लगाएगी, साथ ही ये जॉब सीकर्स को उपयुक्त नौकरियों के साथ मिलाने और पोर्टल पर करियर काउंसलिंग सेवाएं प्रदान करने के लिए बेहतर समाधान भी ढूंढेगी। यह साझेदारी दिल्ली की इकॉनोमिक पॉलिसी के लिए डेटा-बेस्ड इनसाइट में भी योगदान देगी जो विशेष रूप से छोटे और मध्यम उद्यमों जैसे क्षेत्रों में, जे-पाल के दुनिया के प्रमुख अर्थशास्त्रियों के वैश्विक नेटवर्क द्वारा किए गए शोध के निष्कर्षों पर आधारित होगा।
जे-पाल दक्षिण एशिया, डीडीसी दिल्ली के मार्गदर्शन में, स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग के साथ मिलकर बच्चों के टीकाकरण दर को बढ़ाने और महामारी के बाद स्कूल ड्रापआउट को कम करने के तरीकों का मूल्यांकन करेगी इसके अलावा ये संस्थान दिल्ली सरकार के विभिन्न विभाग के अधिकारियों को सर्वे डिजाइन, कलेक्शन और असेसमेंट के लिए ट्रेनिंग भी देगी जिससे विभागों में एविडेंस बेस्ड पॉलिसी मेकिंग के कल्चर को बढ़ावा मिलेगा।
इस मौके पर जे-पाल साउथ एशिया की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, शोभिनी मुखर्जी ने कहा पॉलिसी मेकिंग में साइंटिफिक एविडेंस और डेटा को अप्लाई करने की दिल्ली सरकार की प्रतिबद्धता उन्हें हमारा स्वाभाविक पार्टनर बनाती है।
जे-पाल के ग्लोबल एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर इकबाल धालीवाल ने कहा सरकारों द्वारा एकत्र किए गए एडमिनिस्ट्रेटिव डेटा की बड़ी मात्रा का विश्लेषण उन्हें अपने नागरिकों की प्राथमिकताओं को बेहतर ढंग से समझने और अपने संसाधनों का निवेश करने में मदद कर सकता है। इस दिशा में विकास को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित पॉलिसी मेकर और रिसर्चर के बीच पार्टनरशिप क्रिएटिव, एथिकल और सुरक्षित तरीके से ऐसा करने के प्रयासों में काफी तेजी ला सकती है।