नई शराब नीति के बहाने शिवराज को अपनों की चुनौती
भोपाल 6 अप्रैल (बीएनटी न्यूज़)| मध्य प्रदेश में नई शराब नीति के बहाने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार को अपने ही चुनौती देने लगे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती तो खुलकर शराब नीति का विरोध कर रही हैं, तो विधायक तक ने दुकान बंद कराने के लिए धरना दे डाला। राज्य में एक अप्रैल से नई शराब नीति लागू कर दी गई है, जिसमें शराब सस्ती तो हुई ही है, साथ में एक ही स्थान पर एक देशी और विदेशी शराब मिल रही है, इसके अलावा अहाते भी शुरू कर दिए गए। यह स्थितियां कई जगह विवाद का कारण बन रही हैं। उमा भारती ने तो भोपाल में एक शराब की दुकान पर पत्थरबाजी तक कर चुकी हैं, उसके बाद से शराब को लेकर तकरार जारी है।
उमा भारती लगातार ट्वीट के जरिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ राज्य की सरकार को घेरने में लगी है। उन्होंने तो राज्य की नई शराब नीति को भाजपा की सोच के खिलाफ बताया है, वहीं शिवराज सिंह चौहान साफ कर चुके हैं कि शराबबंदी के पक्ष में नहीं है मगर जनजागृति अभियान के हिमायती हैं।
राज्य के कई हिस्सों में भाजपा से जुड़े लोग शराब दुकानों के सामने प्रदर्शन कर चुके हैं। जगह-जगह ज्ञापन भी सौंपे गए तो वहीं रीवा में भाजपा के विधायक के पी त्रिपाठी ने तो दुकान बंद कराने के लिए धरना दे दिया था। भाजपा के कई नेता दबी जुबान से शराब बिक्री पर अंकुश लगाने के पक्षधर हैं तो वहीं कई नेता राज्य के लिए राजस्व को भी जरूरी बता चुके हैं।
राज्य की नई शराब नीति के जरिए भाजपा के नेता शिवराज सिंह चौहान को ही चुनौती देने में लग गए हैं और अपरोक्ष रूप से इसकी अगुवाई पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती करती नजर आ रही हैं। यही कारण है कि उमा भारती और चौहान के बीच अब बातचीत का रास्ता भी लगभग बंद हो गया है, यह बात उमा भारती ने अपने ट्वीट के द्वारा सार्वजनिक की है।
एक तरफ जहां भाजपा के लोग हैं, चौहान के सामने चुनौती खड़े करने में लगे हैं तो दूसरी ओर कांग्रेस भी शिवराज सिंह चौहान पर नई शराब नीति को लेकर हमले बोल रही है।