
बीएनटी न्यूज़
मायापुर। पश्चिम बंगाल स्थित विश्वप्रसिद्ध इस्कॉन केंद्र मायापुर में रामनवमी के अवसर पर रविवार को भव्य शोभायात्रा निकाली गई। सुबह भगवान राम, लक्ष्मण और सीता जी की सुंदर प्रतिमाओं को सुसज्जित रथ पर इस्कॉन परिसर में परिक्रमा कराई गई।
देश-विदेश से आए हजारों श्रद्धालु इस शोभायात्रा में शामिल हुए। एक ओर जहां इस्कॉन परिसर ‘हरिनाम संकीर्तन’ के जयघोष से गूंज उठा, वहीं दूसरी ओर ‘जय श्रीराम’ के नारों से वातावरण भक्तिमय हो गया। पूरे परिसर में भगवान राम, लक्ष्मण और सीता जी की प्रतिमाओं की परिक्रमा के साक्षी बनकर श्रद्धालु भक्ति भाव में लीन दिखे। दूसरी ओर, मंदिर के भीतर पूजा-अर्चना विधिवत चलती रही।
इसके अलावा, राज्य के अन्य हिस्सों में भी रामनवमी की शोभायात्रा निकाली गई। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था काफी सख्त रही।
हावड़ा में श्यामश्री मोड़ से राम मंदिर तक शोभायात्रा निकाली गई। इसमें भाजपा नेता सजल घोष शामिल हुए। जब उनसे शोभायात्रा में हथियारों के इस्तेमाल पर अदालत की रोक के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “हर बात का जवाब देना जरूरी नहीं। अगर हथियार लाना गुनाह है, तो क्या यह सिर्फ रामनवमी पर दिखता है? बाकी दिन क्यों नहीं?”
हावड़ा को संवेदनशील क्षेत्र बताए जाने पर सजल घोष ने कहा, “इसे दीदी ने संवेदनशील बनाया, मुसलमानों ने नहीं। दंगा-दंगा बोलकर माहौल खराब किया जाता है, जबकि पूरे देश में रामनवमी श्रद्धा से मनाई जा रही है।”
हिंदी कैलेंडर के अनुसार, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को रामनवमी मनाई जाती है, जो भगवान राम के जन्म का उत्सव है। यह पर्व नवरात्र के समापन का भी प्रतीक है। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु ने राम के रूप में अवतार लिया था, ताकि धरती पर धर्म की स्थापना हो और अधर्म का नाश हो। देशभर में मंदिरों में विशेष पूजा, हवन और भजन-कीर्तन हो रहे हैं।