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वैश्विक शासन घाटा और बढ़ने की आशंका : वैश्विक उत्तरदाता

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अपडेटेड 22 जनवरी 2025, 9:50 PM IST
वैश्विक शासन घाटा और बढ़ने की आशंका : वैश्विक उत्तरदाता
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बीएनटी न्यूज़

बीजिंग। नए अमेरिकी प्रशासन ने अपना पहला दिन कई कार्यकारी आदेशों में बिताया, जिसमें घोषणा की गई कि अमेरिका पेरिस जलवायु समझौते और विश्व स्वास्थ्य संगठन से हट जाएगा, जिससे वैश्विक उत्तरदाताओं को चिंता हुई।

सीजीटीएन द्वारा किए गए एक ऑनलाइन सर्वेक्षण से पता चला है कि “अमेरिका फर्स्ट” नीति अमेरिका को नए “स्वर्ण युग” की ओर नहीं ले जा सकती है और इससे वैश्विक शासन घाटे में और वृद्धि हो सकती है।

सर्वेक्षण में, 68.5 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि पेरिस समझौते और डब्ल्यूएचओ से बाहर निकलने की नई अमेरिकी सरकार की घोषणा जलवायु और स्वास्थ्य मुद्दों पर वैश्विक सहयोग में बाधा उत्पन्न करेगी।

वहीं, 77.7 प्रतिशत उत्तरदाताओं को गहरी चिंता है कि अमेरिका का यह कदम अंतरराष्ट्रीय समुदाय में एक बुरा उदाहरण स्थापित करेगा। जलवायु मुद्दे को एक उदाहरण के रूप में लेते हुए, कुछ देश जो उत्सर्जन को कम करने या आर्थिक परिवर्तन के दबाव का सामना करने के लिए तैयार नहीं हैं, वे उत्सर्जन में कमी की प्रतिबद्धताओं को नकारात्मक रूप से देखने के लिए अमेरिका से प्रभावित हो सकते हैं या यहां तक कि वापस लेने की उसकी गति का अनुसरण कर सकते हैं, जिससे जलवायु परिवर्तन के वास्तविक खतरे से निपटने के वैश्विक प्रयासों को नुकसान पहुंच सकता है।

यह सर्वेक्षण सीजीटीएन के अंग्रेजी, स्पेनिश, फ्रेंच, अरबी और रूसी प्लेटफार्मों पर जारी किया गया, जिसमें 24 घंटे के भीतर 7,452 से अधिक लोगों ने मतदान किया।

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