बीएनटी न्यूज़
वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को एक बार फिर अपने कार्यकाल की विदेश नीति से जुड़ी उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए दावा किया कि उनके प्रयासों से इजरायल और ईरान के बीच भी जल्द शांति स्थापित हो सकती है।
ट्रूथ सोशल मीडिया पर जारी एक बयान में ट्रंप ने कहा कि जिस तरह उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार के जरिए तनाव कम किया था, उसी तरह वह इजरायल और ईरान को भी बातचीत की मेज पर ला सकते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, “मैंने भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार के माध्यम से समझदारी और स्थिरता लाई। दो शानदार नेताओं के साथ बातचीत से एक बड़ा टकराव टल गया। इजरायल और ईरान के बीच भी वैसा ही समझौता जल्द संभव है।”
राष्ट्रपति ट्रंप ने सर्बिया और कोसोवो के बीच दशकों पुराने संघर्ष को भी याद किया और कहा कि उनके पहले कार्यकाल में यह टकराव युद्ध में बदलने वाला था, लेकिन उन्होंने उसे रोक दिया। ट्रंप ने बाइडन प्रशासन पर आरोप लगाया कि उसकी “मूर्खतापूर्ण नीतियों” ने उस समझौते को कमजोर कर दिया है, जिसे वे दोबारा ठीक करेंगे।
उन्होंने इथियोपिया और मिस्र के बीच नील नदी पर बने एक विशाल बांध को लेकर हुए विवाद का भी जिक्र करते हुए कहा, “मेरी पहल से फिलहाल वहां शांति है और वह बनी रहेगी।”
ट्रंप ने कहा कि इजरायल और ईरान के बीच अब भी कई कॉल्स और बैठकें हो रही हैं और वह इस दिशा में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा, “मैं बहुत कुछ करता हूं। लेकिन, मुझे कभी श्रेय नहीं मिलता, लेकिन कोई बात नहीं, लोग सब समझते हैं।” अंत में ट्रंप ने अपना प्रसिद्ध नारा दोहराया, “मिडिल ईस्ट को फिर से महान बनाएंगे!”
बता दें कि इस वक्त इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष जारी है। दोनों एक-दूसरे पर ड्रोन और मिसाइल हमले कर रहे हैं। इजरायल ने कहा है कि उसने ईरान में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है, जबकि ईरान ने इजरायल में नागरिकों और नागरिक ढांचों पर हमले किए हैं, जो कायरतापूर्ण हैं।