इस्लामाबाद, 25 मार्च (बीएनटी न्यूज़)| पाकिस्तान एलएनजी आयात के लिये रूस से बातचीत कर रहा है। पाकिस्तान गैस की अपनी जरूरतों का करीब 24 फीसदी हिस्सा एलएनजी आयात के माध्यम से पूरा करता है।
पाकिस्तान के समाचार पत्र एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक रूस करीब 27 अरब डॉलर की लागत से यमल एलएनजी परियोजना विकसित कर रहा है। इस परियोजना के तहत रूस के यमल प्रायद्वीप में साबेट्टा के पास स्थित दक्षिण टैम्बे गैसफील्ड को भी विकसित किया जायेगा।
सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान सरकार एलएनजी खरीद के लिये रूस के साथ सरकार के स्तर पर समझौता करना चाहती है।
पाकिस्तान और रूस पहले से ही गैस पाइपलाइन की दो परियोजनाओं पर साथ काम कर रहे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, रूस द्वारा विकसित की जा रही यमल परियोजना दुनिया की सबसे बड़ी एलएनजी फैसिलिटी होगी। अमेरिका के विरोध के बावजूद रूस पाइपलाइन के जरिये यूरोप को गैस की आपूर्ति कर रहा है।
सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान एलएनजी लिमिटेड रूस की कंपनी गाजप्रोम और नोवाटेक के साथ गैस आयात के लिये बातचीत कर रही है।
पाकिस्तान ने हाल में ही कतर से गैस आयात का समझौता किया है लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान गैसपोर्ट कंसर्टियम लिमिटेड के एलएनजी टर्मिनल में जगह है।
पाकिस्तान के तेल बाजार पर पहले सऊदी अरब का दबदबा था लेकिन अब वह कतर से एलएनजी आयात करता है।