
बीएनटी न्यूज़
इस्लामाबाद। भारतीय सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान को ‘रेड अलर्ट’ पर रखा गया है। देश भर के सरकारी अस्पताल किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार हैं। साथ ही सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए हवाई क्षेत्र 24 से 36 घंटों के लिए बंद कर दिया गया है।
भारतीय सेना के हमलों के बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ बुधवार दोपहर राष्ट्र को संबोधित करेंगे। उन्होंने देश में मौजूदा सुरक्षा स्थिति और भारत के खिलाफ भविष्य की कार्रवाई पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री आवास में एक आपातकालीन राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की बैठक भी बुलाई है।
इस महत्वपूर्ण बैठक में नीति तैयार की जाएगी और संयुक्त राज्य अमेरिका सहित वैश्विक शक्तियों के हस्तक्षेप पर भी विचार किया जाएगा, जिन्होंने दोनों पक्षों से संयम बरतने तथा दोनों परमाणु-सशस्त्र पड़ोसियों के बीच तेजी से बढ़ रहे तनाव को कम करने का आह्वान किया है।
दरअसल, भारत की तरफ से आतंकी ठिकानों पर किए गए हमले के बाद राजधानी इस्लामाबाद और पंजाब प्रांत के सभी शिक्षण संस्थान भी बंद कर दिए गए हैं और सभी सुरक्षा बलों को तैयार रहने को कहा गया है।
पाकिस्तान के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा कि हवाई हमलों में कम से कम 26 लोग मारे गए हैं और 46 अन्य घायल हुए हैं।
नई दिल्ली ने कहा कि हवाई हमलों में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और पंजाब प्रांत में आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गया। भारत के हमलों और इस्लामाबाद की जवाबी कार्रवाई ने स्थानीय लोगों को झकझोर दिया है, जो डर रहे हैं कि यह दोनों देशों के बीच पूर्ण युद्ध का कारण बन सकता है। ये हमले 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में किए गए, जिसमें चार आतंकियों ने 26 नागरिकों को बेरहमी से मार डाला था।
भारतीय सेना की ओर से किए गए हमलों में पाकिस्तान के छह अलग-अलग स्थानों को निशाना बनाया गया, जिसमें बहावलपुर शहर के अहमदपुर शर्किया इलाके में स्थित मस्जिद सुभानअल्लाह भी शामिल है। यह जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मौलाना मसूद अजहर का कथित ठिकाना था।
इसके अलावा, मुजफ्फराबाद, कोटली और बाग शहरों के अन्य स्थानों के अलावा लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और जमात उद दावा (जेयूडी) प्रमुख हाफिज सईद के कथित ठिकाने और मुख्यालय मुरीदके सहित अन्य क्षेत्रों में भी कई हमले किए गए।