BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   शुक्रवार, 24 जनवरी 2025 02:14 AM
  • 14.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. हमने पूरे कैबिनेट के साथ गंगा में डुबकी लगाई, केजरीवाल यमुना में डुबकी लगाएंगे? : योगी की ललकार
  2. पराक्रम दिवस: संविधान सदन में पीएम मोदी ने छात्रों से बातचीत की, 2047 लक्ष्य के सहित पूछे कई सवाल
  3. महाकुंभ के भव्य आयोजन पर दुनिया हैरान, 27 जनवरी को करूंगा स्नान : अमित शाह
  4. ‘विकसित भारत’ के निर्माण के लिए अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलना जरूरी : पीएम मोदी
  5. बालासाहेब ठाकरे की जयंती : पीएम मोदी समेत तमाम नेताओं ने किया याद
  6. ग्रेटर नोएडा : संयुक्त किसान मोर्चा की डीएम के साथ बैठक, 26 जनवरी को निकालेंगे ‘ट्रैक्टर तिरंगा यात्रा’
  7. पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेन हादसे पर सीएम फडणवीस ने जताया दुख, कहा- पूरी स्थिति पर नजर है
  8. जलगांव : पुष्पक एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह के बाद जान बचाकर ट्रेन से कूदे यात्री, दूसरी ट्रेन की चपेट में आए
  9. फिजी के प्रधानमंत्री ने पीएम मोदी को बताया दुनिया का ‘बॉस’
  10. पीएम मोदी का ‘आप’ और केजरीवाल पर तंज, ‘जनता जवाब दे रही, ये फिर खाएंगे’
  11. अमेरिकी राष्ट्रपति के सख्त निर्णय… डोनाल्ड ट्रम्प ने शपथ लेने के 6 घंटे के अंदर ही बाइडेन के 78 फैसलों को पलटा…
  12. महाकुंभ 2025 : अब तक 9.24 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
  13. गरियाबंद मुठभेड़ : सुरक्षाबलों ने ढेर किए 14 नक्सली, सर्च ऑपरेशन जारी
  14. राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री जाएंगे कुंभ, जानें किस-किस दिन का है कार्यक्रम
  15. आरजी कर मामला : दोषी को मौत की सजा दिलाने के लिए बंगाल सरकार ने कलकत्ता हाईकोर्ट का रुख किया

रूसी वैज्ञानिकों ने सूर्य पर देखा ‘रहस्यमयी’ काला धब्बा

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 23 जनवरी 2025, 10:31 PM IST
रूसी वैज्ञानिकों ने सूर्य पर देखा ‘रहस्यमयी’ काला धब्बा
Read Time:2 Minute, 37 Second

बीएनटी न्यूज़

व्लादिवोस्तोक (रूस)। रूसी वैज्ञानिकों ने सूर्य पर प्लाज्मा के काले उत्सर्जन से जुड़ी एक दुर्लभ घटना की जानकारी दी है। रूसी विज्ञान अकादमी के अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान की सौर खगोल विज्ञान प्रयोगशाला ने बुधवार को अपनी वेबसाइट पर इसका ऐलान किया।

सिन्हुआ में छपी रिपोर्ट के मुताबिक रूसी प्रयोगशाला ने बताया, “आज हमारे स्टार पर एक बहुत ही दुर्लभ, सुंदर और थोड़ी डरावनी घटना घटी। विजिबल (देखे जा सकने वाले ) डिस्क के ठीक केंद्र में, एक स्पष्ट काले रंग की गायब होने वाली छवि दिखी। धीरे-धीरे ये आंशिक रूप से अंतरिक्ष में इजेक्ट हो गई, और आंशिक रूप से कोरोना (सूर्य की सबसे बड़ी पर्त होती है) में फैल गई।”

वैज्ञानिकों के अनुसार, काला रंग आमतौर पर न्यूट्रल हाइड्रोजन के कारण होता है, जिसमें पीछे से आने वाली छोटी वेवलेंथ्स के साथ आने वाले विकिरण को लगभग पूरी तरह से अवशोषित करने की क्षमता होती है।

इसमें समझाया गया है कि, “विस्फोट ने पूरे कोरोना में न्यूट्रल हाइड्रोजन से भरपूर एक ठंडी प्रोमिनेंस को छोड़ा और बिखेर दिया। आखिरकार, प्रोमिनेंस सामग्री पूरी तरह से नष्ट हो गई और गायब हो गई। हालांकि, लगभग तीन घंटे तक, कोरोनल प्लाज्मा बादल दिखाई देता रहा, जो फैलने से पहले मैगनेटिक लाइन्स के साथ आगे बढ़ता रहा।”

खगोलीय भाषा में कहें तो प्लाज्मा आमतौर पर, सितारों की तरह एक तटस्थ-गैस के बादलों का रूप ले लेता है। गैस की तरह प्लाज्मा का कोई निश्चित आकार नहीं होता जब तक इसे किसी पात्र में बंद न कर दिया जाए। गैस के विपरीत किसी चुंबकीय क्षेत्र के प्रभाव में यह एक फिलामेंट, पुंज या दोहरी परत जैसे स्ट्रक्चर बना देता है।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *