
बीएनटी न्यूज़
सोल साउथ कोरिया के संवैधानिक न्यायालय ने गुरुवार को कहा कि वह अगले सप्ताह पीएम हान डक-सू पर लगे महाभियोग पर अपना फैसला सुनाएगा।
न्यायालय ने प्रेस को दिए गए नोटिस में कहा कि फैसला सोमवार को सुबह 10 बजे सुनाया जाएगा।
तीन महीने पहले दिसंबर में मार्शल लॉ लागू करने के राष्ट्रपति यून सुक योल के असफल प्रयास से संबंधित आरोपों के लिए नेशनल असेंबली ने हान पर महाभियोग लगाया गया था।
यदि महाभियोग प्रस्ताव को बरकरार रखा जाता है, तो हान को पद से हटा दिया जाएगा। अगर इसे खारिज कर दिया जाता है, तो उन्हें फिर से बहाल कर दिया जाएगा।
संविधान के तहत, महाभियोग प्रस्ताव को बरकरार रखने के लिए कम से कम छह न्यायाधीशों की सहमति की आवश्यकता होती है। वर्तमान में बेंच में आठ जज हैं।
योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, हान के खिलाफ प्रस्ताव में उनके महाभियोग के लिए पांच कारण सूचीबद्ध किए गए हैं। इनमें मार्शल लॉ लागू करने में उनकी कथित संलिप्तता, संवैधानिक न्यायालय में अतिरिक्त न्यायाधीशों की नियुक्ति से इनकार करना और यूना व प्रथम महिला किम कीन ही को टारगेट करने वाले दो विशेष वकील विधेयकों को लागू करने से इनकार करना शामिल है।
हान ने कोई भी गतल काम करने से इनकार किया है। उनका दावा है कि उन्होंने मार्शल लॉ लागू करने का विरोध किया था और जब यह आदेश लागू था, तब नेशनल असेंबली में सैनिकों की तैनाती में उनकी कोई भूमिका नहीं थी।
संवैधानिक न्यायालय ने अभी तक मार्शल लॉ के प्रयास पर यून के महाभियोग पर अपने फैसले की तारीख की घोषणा नहीं की है।
अगर यून को पद से हटा दिया जाता है, तो देश को 60 दिनों के अंदर अचानक राष्ट्रपति चुनाव कराने होंगे। अगर उन्हें फिर से बहाल किया जाता है, तो वे मई 2027 तक अपना बचा हुआ कार्यकाल पूरा करेंगे।
बता दें राष्ट्रपति यून ने 03 दिसंबर की रात को दक्षिण कोरिया में आपातकालीन मार्शल लॉ की घोषणा की, लेकिन संसद द्वारा इसके खिलाफ मतदान किए जाने के बाद इसे निरस्त कर दिया गया। मार्शल लॉ कुछ घंटों के लिए ही लागू रहा। हालांकि चंद घटों के लिए लागू हुए मार्शल लॉ ने देश की राजनीति को हिला कर रख दिया।
नेशनल असेंबली राष्ट्रपति यून सुक-योल और उनकी जगह लेने वाले कार्यवाहक राष्ट्रपति हान डक-सू के खिलाफ प्रस्ताव पारित कर चुकी है। उप प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री चोई सांग-मोक कार्यवाहक राष्ट्रपति और कार्यवाहक प्रधानमंत्री दोनों की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।