BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   रविवार, 20 अप्रैल 2025 04:05 AM
  • 28.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. पीएम मोदी से बात करना सम्मानजनक, इस साल भारत आने का बेसब्री से इंतजार : एलन मस्क
  2. संविधान ही सर्वोपरि, मनमानी का दौर अब नहीं चलेगा : अखिलेश यादव
  3. ‘हम इस तरह नहीं जी सकते’, दंगा प्रभावित मुर्शिदाबाद में एनसीडब्ल्यू अध्यक्ष के सामने रो पड़ीं महिलाएं
  4. तेजस्वी ने भ्रष्टाचार को लेकर सरकार को घेरा, कहा- हर टेंडर में मंत्री का 30 फीसदी कमीशन तय
  5. आईपीएल : पंजाब ने आरसीबी को हराया, टिम डेविड का अर्धशतक बेकार
  6. झारखंड : भाजपा नेता सीपी सिंह ने कहा, ‘मंत्री हफीजुल संविधान को नहीं मानते’
  7. उत्तराखंड में होगी ‘वक्फ संपत्तियों’ की जांच, सीएम धामी बोले – ‘समाज के हित में होगा जमीन का इस्तेमाल’
  8. संविधान पर झारंखड के मंत्री हफीजुल अंसारी के बयान से कांग्रेस ने किया किनारा
  9. मुर्शिदाबाद पहुंचे राज्यपाल सीवी आनंद बोस, कहा – ‘समाज में शांति स्थापित करेंगे’
  10. तेजस्वी को इंडी अलायंस में मिली नई जिम्मेदारी, केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी बोले ‘लॉलीपॉप थमा दिया गया’
  11. प्रदूषण से निपटने के लिए पूरे साल का प्लान, यमुना भी होगी साफः सीएम रेखा गुप्ता
  12. गुड फ्राइडे हमें दयालुता, करुणा और हमेशा उदार हृदय रखने की प्रेरणा देता है : पीएम मोदी
  13. आईपीएल 2025 : विल जैक्स का शानदार प्रदर्शन, मुंबई इंडियंस ने हैदराबाद को चार विकेट से हराया
  14. वक्फ संशोधन अधिनियम पर सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम आदेश का कांग्रेस ने किया स्वागत, बताया संविधान की जीत
  15. दाऊदी बोहरा समाज के प्रतिनिधियों ने वक्फ कानून को सराहा, पीएम मोदी के विजन का किया समर्थन

अमेरिका में ‘यहूदी विरोधी टिप्पणी’ पर भारतीय मूल के कमोडिटी विश्‍लेषक को नौकरी से निकाला गया

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 16 नवंबर 2023, 10:19 AM IST
अमेरिका में ‘यहूदी विरोधी टिप्पणी’ पर भारतीय मूल के कमोडिटी विश्‍लेषक को नौकरी से निकाला गया
Read Time:3 Minute, 33 Second

न्यूयॉर्क, 16 नवंबर (बीएनटी न्यूज़)। यहां एक कमोडिटी कंपनी के भारतीय मूल के विश्‍लेषक को वीडियो में रिकॉर्ड की गई कथित यहूदी विरोधी टिप्पणियों के लिए नौकरी से निकाल दिया गया है। यह जानकारी मीडिया रिपोर्टों में दी गई।

फाइनेंशियल टाइम्स ने उस व्यक्ति की पहचान कुरुष मिस्त्री के रूप में की है, जो फ्रीपॉइंट कमोडिटीज में तेल विश्‍लेषक था।

कंपनी ने उसका नाम लिए बिना बुधवार को एक बयान में पुष्टि की कि घटना से जुड़ा व्यक्ति अब कंपनी से जुड़ा हुआ नहीं है।

7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास के हमले को लेकर अमेरिका में गरमागरम जुबानी जंग में भारतीय मूल के लोगों के फंसने की यह ताजा घटना है।

भारतीय मूल के छात्रों के साथ हार्वर्ड विश्‍वविद्यालय में एक दक्षिण एशियाई समूह ने एक बयान पर हस्ताक्षर किए, जिसे हमास के समर्थन के रूप में देखा गया, लेकिन बाद में उसने खुद को इससे अलग कर लिया, जबकि न्यूयॉर्क विश्‍वविद्यालय में एक छात्र, जिसने हिंदू होने का दावा किया था, ने अपहृत पीड़ितों को दिखाने वाले पोस्टर फाड़ने के लिए माफी मांगी।

जब मिस्त्री न्यूयॉर्क में हमास हमले के पीड़ितों के अपहरण के बारे में लगे पोस्टरों को उन पर्चों से ढक रहे थे, जिन पर लिखा था कि “कब्जा करने वालों को परिणाम भुगतना होगा” और ऐसे पोस्टर लगा रहे थे जिनमें इजरायल पर “नरसंहार” और “रंगभेदी राज्य” होने का आरोप लगाया गया था, तो उनसे एक व्यक्ति ने संपर्क किया। यहूदी अमेरिकी व्यक्ति ने उससे पूछा कि क्या वह जो कर रहा है, उस पर उसे गर्व है?

मिस्त्री ने उस व्यक्ति को “अपने देश वापस जाने” के लिए कहा, अश्‍लील इशारा किया और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया।

“अपने देश वापस जाओ” अमेरिका में आप्रवासियों और जातीय अमेरिकियों के खिलाफ एक नस्लवादी अपमान है, और भारतीय अमेरिकियों ने अक्सर इसका सामना किया है।

उसके साथ लाल कपड़े पहने एक महिला, जिसकी पहचान शैलजा गुप्ता के रूप में हुई, भी शामिल हो गई और उसने उस व्यक्ति पर अश्‍लील इशारे किए और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए उसे अपने देश वापस जाने के लिए कहा।

जब उन्होंने कहा कि वह एक अमेरिकी हैं, तो शैलजा ने कहा, “मैं भी एक अमेरिकी हूं, डार्लिंग।”

बाद में शैलजा ने दावा किया कि उनका देश फ़िलिस्तीन है।

उसने यहूदी लोगों को “बलात्कारी” कहा और दावा किया कि उसने प्रकाशित पत्रों में इसे साबित कर दिया है।

–बीएनटी न्यूज़

एसजीके

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *