BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   रविवार, 11 मई 2025 12:26 PM
  • 34.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. पाकिस्तान ने किया सीजफायर का ‘घोर उल्लंघन’, सेना कर रही जवाबी कार्रवाई : विदेश सचिव मिस्री
  2. संदीप दीक्षित ने सीजफायर को लेकर विदेशी ताकत के हस्तक्षेप पर उठाए सवाल
  3. युद्धविराम के उल्लंघन पर नेताओं ने पाकिस्तान को लताड़ा
  4. एनएसए अजीत डोभाल ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से की बात
  5. देशभर में संघर्ष विराम का स्वागत, सेना के शौर्य और केंद्र की कूटनीति की तारीफ
  6. संघर्ष विराम की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री ने की महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता
  7. पाकिस्तान ने चार घंटे के अंदर किया सीजफायर का उल्लंघन, जम्मू-कश्मीर के कई शहरों में हवाई हमले
  8. 1971 वाली बर्बादी याद कर 2025 में भी खौफजदा था पाकिस्तान, ऐसे में जान बचाने के लिए लगाई सीजफायर की गुहार
  9. ‘महिला अधिकारियों का मनोबल बढ़ाएगा’, स्थायी कमीशन के सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर बोलीं अनुमा आचार्य
  10. ऑपरेशन सिंदूर : सैन्य और कूटनीतिक दोनों मोर्चों पर भारत की जीत
  11. ‘एस-400, ब्रह्मोस बेस पूरी तरह सुरक्षित; पाकिस्तान को भारी नुकसान’, भारतीय सेना ने खोली दुश्मन के झूठ की पोल
  12. युद्ध विराम के बाद कांग्रेस ने की सर्वदलीय बैठक, संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग
  13. भारत ने अपनी शर्तों पर किया सीजफायर, विदेश मंत्रालय ने की पुष्टि
  14. भारत-पाकिस्तान तत्काल और पूर्ण युद्धविराम पर सहमत : अमेरिका
  15. राजस्थान : जोधपुर में अगले आदेश तक बाजार बंद, बीकानेर का पीबीएम अस्पताल कर रहा अलर्ट मोड पर काम

एंटीवायरल दवा पैक्सलोविड ओमिक्रॉन के खिलाफ प्रभावी, 3 लैब स्टडी में हुआ खुलासा: फाइजर

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 20 जनवरी 2022, 12:58 PM IST
एंटीवायरल दवा पैक्सलोविड ओमिक्रॉन के खिलाफ प्रभावी, 3 लैब स्टडी में हुआ खुलासा: फाइजर
Read Time:6 Minute, 14 Second

एंटीवायरल दवा पैक्सलोविड ओमिक्रॉन के खिलाफ प्रभावी, 3 लैब स्टडी में हुआ खुलासा: फाइजर

न्यूयॉर्क, 20 जनवरी (बीएनटी न्यूज़)| अमेरिकी दवा निर्माता फाइजर ने तीन प्रयोगशाला अध्ययन (लैब स्टडी) जारी किए हैं, जिससे पता चला है कि इसकी एंटीवायरल पैक्सलोविड दवा कोविड-19 के ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ प्रभावी है।

हालांकि अभी तक इन लैब स्टडी की पूर्ण रूप से समीक्षा की जानी बाकी है।

एक बयान में, फाइजर ने उल्लेख किया कि इन व्रिटो अध्ययनों से पता चलता है कि पैक्सलोविड में ओमिक्रॉन को कोशिकाओं में प्रतिकृति से रोकने के लिए आवश्यक मात्रा से कई गुना अधिक प्लाज्मा सांद्रता (कान्सन्ट्रैशन) बनाए रखने की क्षमता है।

फाइजर के मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी मिकेल डोलस्टन ने बयान में कहा, हमने विशेष रूप से पैक्सलोविड को सभी प्रकार के कोरोनावायरस को लेकर इसकी गतिविधि को बनाए रखने के लिए डिजाइन किया है। इसके साथ ही इसे मुख्य रूप से स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन के साथ चिंता के वर्तमान वैरिएंट्स (वैरिएंट्स ऑफ कंसर्न) को लेकर भी डिजाइन किया गया है।

उन्होंने कहा, इन आंकड़ों से पता चलता है कि हमारी ओरल (मुंह के द्वारा ली जाने वाली) कोविड-19 थेरेपी इस विनाशकारी वायरस और चिंता के वर्तमान वैरिएंट्स के खिलाफ हमारी निरंतर लड़ाई में एक महत्वपूर्ण और प्रभावी उपकरण हो सकती है, जिसमें अत्यधिक तेजी से फैलने वाला ओमिक्रॉन भी शामिल है।

नैदानिक (क्लीनिकल) निष्कर्षों ने पहले दिखाया था कि लक्षण शुरू होने के पांच दिनों के भीतर इलाज करने पर पैक्सलोविड उच्च जोखिम वाले रोगियों के लिए प्लेसबो की तुलना में अस्पताल में भर्ती होने या मृत्यु के जोखिम को लगभग 90 प्रतिशत तक कम कर देती है।

मरीज के लिए पैक्सलोविड की कुल 30 गोलियों का एक सैट आएगा। लगातार पांच दिनों तक तीन गोलियां दिन में दो बार लेनी होगी। इन तीन गोलियों में निर्माट्रेलवीर की दो गोलियां और रिटोनवीर की एक गोली शामिल होगी।

इसमें निर्माट्रेलवीर वह होता है, जो वायरस को दोहराने से रोकने के लिए एक सार्स-सीओवी-2 प्रोटीन को रोकता है, और रिटोनवीर शरीर में लंबे समय तक उच्च सांद्रता में बने रहने में मदद करने के लिए निर्माट्रेलवीर के टूटने को धीमा कर देता है।

फाइजर की एंटीवायरल दवा पैक्सलोविड लेने वाले 90 फीसदी से अधिक कोविड रोगियों में तीन दिनों के भीतर महत्वपूर्ण सुधार देखा गया है। जेरूसलम पोस्ट ने हाल ही में एक रिपोर्ट में बताया है कि इजरायल की मैकाबी हेल्थकेयर सर्विसेज की रिपोर्ट से पता चला है कि पैक्सलोविड प्राप्त करने वाले 60 प्रतिशत लोगों ने पहले दिन के भीतर बेहतर महसूस करना शुरू कर दिया था।

मैकाबी डिवीजन की प्रमुख डॉ. मिरी मिजराही रेवेनी ने कहा, हम किसी को भी, जो कोविड से बीमार हो गए हैं और जो इस दवा के साथ इलाज के लिए उपयुक्त पाए जाते हैं, उन्हें इसे लेने और उस गंभीर बीमारी से बचने की सलाह देते हैं, जिससे अस्पताल में भर्ती होने की संभावना होती है और यहां तक कि मौत भी हो सकती है।

उन्होंने कहा, सर्वेक्षण के परिणाम उपचार की गुणवत्ता, इसकी प्रभावशीलता और कोरोनोवायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई के दौरान और विशेष रूप से वर्तमान लहर के बीच में महत्व को इंगित करते हैं।

फाइजर द्वारा किए गए व्रिटो अध्ययन के परिणामों में देखा गया है कि यह दवा काफी प्रभावी है और नए ओमिक्रॉन वैरिएंट पर भी इसका अच्छा असर देखने को मिला है।

पहले दो स्टडी के बाद तीसरा अध्ययन, फाइजर के सहयोग से माउंट सिनाई (इकान माउंट सिनाई) में इकान स्कूल ऑफ मेडिसिन द्वारा किया गया, जिसमें सार्स-सीओवी-2-विशिष्ट इम्यूनोफ्लोरेसेंस-आधारित परख का उपयोग किया गया।

इस परख में, अल्फा, बीटा, डेल्टा और ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ दो सेल लाइनों में उपचार का परीक्षण किया गया। दवा की प्रभावकारिता ने संकेत दिया कि इसमें संक्रमण को कमजोर करने के लिए आवश्यक क्षमता है।

ये निष्कर्ष कई अन्य अध्ययनों के अनुरूप हैं और फाइजर के निष्कर्षों की पुष्टि प्रदान करते हैं कि यह दवा साधारण कोविड के साथ ही ओमिक्रॉन के खिलाफ भी प्रभावी है।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *