
बांग्लादेश : सड़क हादसे में 5 लोगों की मौत को परिजनों ने पूर्व नियोजित हत्या करार दिया
ढाका, 13 फ़रवरी (बीएनटी न्यूज़)| बांग्लादेश में एक पिकअप वैन की चपेट में आने से सड़क दुर्घटना में मारे गए पांच लोगों के परिजनों ने आशंका व्यक्त की है कि यह घटना सुनियोजित थी और इसे ‘पूर्व नियोजित हत्या’ करार दिया।
मुन्नी सुशील 8 फरवरी को चटगांव के चकरिया उपजिले में सड़क दुर्घटना में बाल-बाल बच गई, लेकिन उसके 5 भाई मारे गए, जबकि दो भाई घायल हो गए।
मुन्नी ने कहा : 29 जनवरी को लगभग 50 बदमाशों ने हमारे घर पर हमला किया। उन्होंने मेरे पिता को जान से मारने की धमकी दी। अगले दिन, 30 जनवरी को मेरे पिता की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। पिछले 10 साल से मेरे पिता यहां दुर्गा पूजा का आयोजन कर रहे थे।
मुन्नी का एक भाई दीपक सुशील जनवरी में हसीनापारा गांव में मंदिर बनाने के लिए ईंट-बजरी लाया था।
मुन्नी ने आईएएनएस से कहा, तब से मेरे पिता को धमकियां मिल रही थीं।
उसने पूछा, अगर मेरे भाई वास्तविक लक्ष्य नहीं थे, तो सड़क पर खड़े हम दोनों को मारने के बजाय वाहन ने उन्हें सड़क से दूर ले जाकर क्यों कुचल दिया?
उसके घायल भाइयों में से एक – रक्तिम सुशील चटगांव जनरल अस्पताल में कॉमा में है, उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
दुर्घटना में घायल हुए रक्तिम के भाई प्लाबोन ने बाद में चकरिया थाने में शिकायत दर्ज कराई।
दुखी मां मनुबाला शील ने कहा, मैं अपने पांच बेटों में से अपने पोते के साथ किसके पास जाऊंगा? मेरे बच्चों ने कभी किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया। मेरे पांच बच्चों को इस तरह क्यों मारा गया?
परिवार की एक सदस्य मृणालिनी ने कहा, हम हमलावरों को नहीं पहचान सके।
परिवार मालुमघाट क्षेत्र के हसीनापारा गांव में 2010 से रह रहा है। गांव में करीब 30-35 हिंदू परिवार रहते हैं।
एक अधिकारी ने कहा कि जांच अधिकारी पीड़ित परिवार द्वारा लगाए गए पूर्व रंजिश के आरोपों की जांच करेंगे।
इस बीच, डॉक्टरों ने कहा कि रक्तिम को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है।
चटगांव जनरल अस्पताल के अधीक्षक शेख फजले रब्बी ने कहा, एक मेडिकल बोर्ड रक्तिम के इलाज की निगरानी कर रहा है।
उन्होंने कहा, उन्हें रक्तस्राव है और वह अभी भी बेहोश हैं।
आथोर्पेडिक्स के सलाहकार अजय दास ने कहा कि रक्तिम के शरीर में सिर से लेकर पैर तक कई फ्रैक्च र हुए हैं।
रक्तिम की पत्नी ने कहा, हमने सब कुछ खो दिया है। इस त्रासदी में मेरे पांच साले मारे गए। मेरे पति अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि वह मेरे पति को लौटा दें।