BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   शुक्रवार, 02 मई 2025 01:17 AM
  • 31.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. चुनाव आयोग की तीन नई पहल से सुगम मतदान में मिलेगी मदद
  2. पानी प्रकृति का उपहार है, इस पर राजनीति दुर्भाग्यपूर्ण : सीएम नायब सिंह सैनी
  3. यूपी की चुनौतियों को सीएम योगी ने किया स्वीकार, नतीजा सबके सामने : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
  4. ‘मामले की गंभीरता को समझें’, सुप्रीम कोर्ट का पहलगाम हमले को लेकर दाखिल याचिका की सुनवाई से इनकार
  5. भारत ने पाकिस्तानी उड़ानों के लिए बंद किया हवाई मार्ग, 23 मई तक लागू रहेगा प्रतिबंध
  6. जातिगत जनगणना के फैसले पर तेजस्वी यादव बोले, ‘हमारे पुरखों, लालू यादव और समाजवाद की हुई जीत ‘
  7. जातिगत जनगणना पर केंद्रीय कैबिनेट के फैसले पर विपक्ष ने जताई खुशी, बताया एकता की जीत
  8. जात‍िगत जनगणना का दबाव सफल, अब आरक्षण की सीमा बढ़ाने के ल‍िए सरकार पर बनाएंगे दबाव : राहुल गांधी
  9. केंद्र सरकार ने जनगणना के साथ जातिगत जनगणना कराने की घोषणा की, यह सही कदम: मल्लिकार्जुन खड़गे
  10. कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने दशकों तक सत्ता में रहते हुए जातिगत जनगणना का विरोध किया: अमित शाह
  11. कांग्रेस ने वो भूल की है जिसकी माफी नहीं : शाहनवाज हुसैन
  12. जाति जनगणना : जिसको पिछली सरकारें टालती रहीं, उसको मोदी सरकार ने मूल जनगणना में ही सम्मिलित करने का किया फैसला
  13. केंद्रीय कैबिनेट की बैठक : जाति जनगणना को मंजूरी, गन्ना किसानों को राहत
  14. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड का पुनर्गठन, पूर्व रॉ चीफ आलोक जोशी बनाए गए अध्यक्ष
  15. अखिलेश यादव ने बाबा साहेब अंबेडकर का किया अपमान : अर्जुन राम मेघवाल

चीन ‘स्वतंत्र’ रूप से’ विकास मार्ग चुनने के लिए पाकिस्तान का समर्थन करेगा

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 23 अगस्त 2020, 10:25 AM IST
चीन ‘स्वतंत्र’ रूप से’ विकास मार्ग चुनने के लिए पाकिस्तान का समर्थन करेगा
Read Time:5 Minute, 31 Second

चीन ‘स्वतंत्र’ रूप से’ विकास मार्ग चुनने के लिए पाकिस्तान का समर्थन करेगा

इस्लामाबाद, 23 अगस्त (बीएनटी न्यूज़)| चीन जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान की स्थिति और रुख के पूरी तरह से समर्थन में सामने आया है। इसे साथ ही बाहरी सुरक्षा मापदंडों के संदर्भ में ‘राष्ट्रीय परिस्थितियों’ के आधार पर एक विकास पथ का चयन करते हुए पाकिस्तान के ‘स्वतंत्र रूप से’ आगे बढ़ने के पहल का भी चीन ने समर्थन किया है।

बीजिंग के दो दिवसीय दौरे के दौरान पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और चीन के स्टेट काउंसलर और विदेश मंत्री वांग यी के बीच वार्ता के बाद जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया है, “चीनी पक्ष ने दोहराया है कि पाकिस्तान और चीन की सुढृढ़ दोस्ती (आयरन ब्रदर्स) है और पाकिस्तान क्षेत्र में चीन का निष्ठावान साझीदार बना हुआ है।”

बयान में कहा गया, “चीन पाकिस्तान की क्षेत्रीय अखंडता, संप्रभुता और स्वतंत्रता की रक्षा करने के लिए मजबूती से समर्थन करता है और स्वतंत्र रूप से राष्ट्रीय परिस्थितियों के आधार पर विकास पथ का चयन करता है और एक बेहतर बाहरी सुरक्षा वातावरण के लिए प्रयास करने के साथ ही अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मामलों में भी अधिक रचनात्मक भूमिका निभा रहा है।”

बैठक के दौरान कश्मीर मुद्दे पर भी विचार और चर्चा की गई। कुरैशी ने चीनी पक्ष को जम्मू एवं कश्मीर की स्थिति पर भी जानकारी दी, जिसे वह भारत अधिकृत कश्मीर कहता है।

चीन ने भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर को लेकर वर्षों से चले आ रहे विवाद पर भी टिप्पणी की। चीन ने कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के रुख का समर्थन किया। चीन ने कहा कि इस विवाद को संयुक्त राष्ट्र चार्टर, संबंधित सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और द्विपक्षीय समझौतों के माध्यम से शांतिपूर्वक और उचित तरीके से हल किया जाना चाहिए।

चीन ने कहा, “चीन ने ऐसी किसी भी एकपक्षीय कार्रवाई का विरोध किया है, जो स्थिति को जटिल करता है।”

यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि वह चीन ही था, जिसने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इस्लामाबाद के अनुरोध को सुरक्षित रखते हुए जम्मू एवं कश्मीर मुद्दे पर एक बंद दरवाजे पर चर्चा का अनुरोध किया था।

कश्मीर मुद्दे के अलावा, स्वतंत्र निर्णय लेने के लिए भी पाकिस्तान को चीन का समर्थन है, जो राष्ट्रीय हितों के अनुरूप, अरब दुनिया के लिए खतरे का संकेत है। यह इस्लामाबाद को चीन से दूरी बनाने और अमेरिका व उसके सहयोगियों के साथ अपने संबंधों में प्रगति के लिए प्रेरित कर रहा है।

संयुक्त बयान में दोहराया गया है कि बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) पर कोई समझौता नहीं होगा। इसके साथ ही इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) को पूरा करने के लिए कटिबद्ध रहेगा।

संयुक्त बयान में कहा गया, “दोनों पक्ष सीपीईसी के निर्माण के लिए मजबूती से आगे बढ़ाते रहेंगे और निमार्णाधीन परियोजनाओं को समय से पूरा करना सुनिश्चित करेंगे। आर्थिक और सामाजिक विकास, रोजगार सृजन और लोगों की आजीविका में सुधार पर ध्यान केंद्रित करेंगे और विशेष आर्थिक क्षेत्रों, औद्योगिक में सहयोग को और मजबूत करेंगे।”

इस संयुक्त वक्तव्य में सीपीईसी की क्षमता का विस्तृत वर्णन किया गया कहा गया है।

पाकिस्तान ने भी बीजिंग की राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा में पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया है।

इसके साथ ही पाकिस्तान और चीन ने अफगान शांति और सुलह प्रक्रिया पर सहयोग को और मजबूत करने पर भी सहमति जताई है।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *