1919 के जलियांवाला बाग नरसंहार का बदला लेने के लिए रानी की हत्या करने की धमकी देने वाले ब्रिटिश सिख को ब्रिटेन की एक अदालत ने नौ साल कैद की सजा सुनाई है।
लंदन, 6 अक्टूबर (बीएनटी न्यूज़)। 1919 के जलियांवाला बाग नरसंहार का बदला लेने के लिए रानी की हत्या करने की धमकी देने वाले ब्रिटिश सिख को ब्रिटेन की एक अदालत ने नौ साल कैद की सजा सुनाई है।
21 वर्षीय जसवंत सिंह चैल ने इस साल फरवरी में विंडसर कैसल की दीवारों को तोड़ने और क्रिसमस दिवस 2021 महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को मारने की साजिश रचने की बात स्वीकार की थी। चैल ने सोशल मीडिया पर आए एक वीडियो में खुद को आंशिक रूप से स्टार वार्स फिल्मों से प्रेरित होकर रानी पर हमला करने की बात कही थी।
लंदन की एक अदालत में सुनवाई के दौरान यह बात सामने आई कि चैल ने किशोरावस्था में ही रानी की हत्या के बारे में कल्पना की थी, और उसने यह जानकारी एक कृत्रिम बुद्धि-संचालित “प्रेमिका” के साथ साझा की थी जिसका नाम उसने सराय रखा था।
एबीसी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, न्यायमूर्ति निकोलस हिलियार्ड ने कहा कि विभिन्न विशेषज्ञों के परस्पर विरोधी निदान के बावजूद, उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि चैल मानसिक रूप से बीमार है, लेकिन अपराध की गंभीरता के कारण उसे जेल की सजा काटनी पड़ेेेगी।
रिपोर्ट के अनुसार, चैल को पहले एक मनोरोग उपचार केंद्र में ले जाया जाएगा, जहां उसका इलाज चल रहा है, और अगर भविष्य में उसे ठीक समझा गया, तो वह अपनी बाकी सजा जेल में काटेगा।
एबीसी न्यूज में हिलियार्ड के हवाले से कहा गया, “प्रतिवादी के मन में हत्या के विचार थे, जिस पर उसने पहले काम किया था।” “उसका इरादा रानी को सिर्फ नुकसान पहुंचाना या परेशान करना नहीं था, बल्कि मारना था।”