
कोरोना के स्रोत के मुद्दे पर फिर से होने लगी है राजनीति
बीजिंग, 27 जुलाई (बीएनटी न्यूज़)| अमेरिका व कुछ पश्चिमी देश फिर से कोरोना वायरस के वूहान लैब से लीक होने की बात करने लगे हैं। लेकिन वैज्ञानिक शोध व निष्कर्ष में अब तक कुछ भी स्पष्ट नहीं हुआ है। यहां तक कि डब्ल्यूएचओ की टीम भी वूहान का दौरा कर चुकी है, जिसमें चीन ने पूरी तरह से सहयोग किया। वहीं हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने नए सिरे से वायरस के स्रोत की जांच करने पर जोर दिया है। जिसमें चीन से अधिक पारदर्शिता बरतने का आग्रह किया गया है। जैसा कि चीन बार-बार कहता रहा है कि वायरस वूहान की प्रयोगशाला से लीक नहीं हुआ है। इसके लिए चीन ने विभिन्न वैज्ञानिकों के तर्कों का हवाला भी दिया है। इस दौरान चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने भी लैब लीक थ्योरी को पूरी तरह से खारिज किया है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि वायरस के स्रोत का पता लगाना एक गंभीर वैज्ञानिक मसला है। ऐसे में यह जि़म्मेदारी वैज्ञानिकों को ही दी जानी चाहिए कि वायरस आखिर आया कहां से। इसके लिए सभी देशों को एकजुट होने की भी जरूरत है।
इससे जाहिर होता है कि चीन वायरस की गंभीरता को समझते हुए उसका वैज्ञानिक हल ढूंढने में सहयोग करना चाहता है। पर चीन ने यह साफ किया है कि वह राजनीतिक साजिश के तहत होने वाली किसी जांच या कार्रवाई को कतई मंजूर नहीं करेगा।
गौरतलब है कि पूर्व में डोनाल्ड ट्रंप सरकार ने चीन पर वायरस फैलाने का आरोप लगाया, लेकिन अपने देश में वायरस के प्रसार को रोकने के लिए पर्याप्त उपाय नहीं किए। जिससे अमेरिका में अब तक 6 लाख 26 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, इस तरह वह विश्व में कोरोना संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित देश बन गया है। अब बाइडेन प्रशासन भी उसी राह पर चलता हुआ दिख रहा है। अमेरिका कुछ समय पहले डब्ल्यूएचओ में वापस आ चुका है, और इस वैश्विक संगठन पर चीन को घेरने का दबाव डाल रहा है।
इस बीच यह देखना होगा कि जानकार व विशेषज्ञ क्या कहते हैं। कई शोधकर्ताओं का कहना है कि वायरस के प्रयोगशाला से निकलने की संभावना न के बराबर है। लॉस एंजिल्ट टाइम्स ने भी उक्त रिपोर्ट को खारिज किया है, जिसमें वायरस के लैब में तैयार होने का दावा किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार वायरस के लैब से लीक होने को लेकर कोई सबूत नहीं है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका जैसे देशों को चीन पर आरोप लगाने से बचना चाहिए। क्योंकि वर्तमान में सबसे प्रमुख कार्य लोगों को वैक्सीन लगाने का है। इसके साथ ही वायरस के खिलाफ सभी को एकजुट होकर लड़ाई लड़ने की भी जरूरत है।