चीन-अमेरिका संबंधों के लिए गार्ड रेलिंग बनाना है?
बीजिंग, 28 जुलाई (बीएनटी न्यूज़)| चीनी उप विदेश मंत्री श्येई फंग ने 26 जुलाई को चीन के थ्येनचिन शहर में अमेरिकी उप विदेश मंत्री वेंडी शेरमेन से वार्ता की। यह मार्च के अंत में एनकोरेज भेंटवार्ता के बाद चीन और अमेरिका के बीच नये दौर की उच्चस्तरीय राजनयिक वार्ता है। वार्ता में चीन ने चीन-अमेरिका संबंध के सैद्धांतिक रुख पर प्रकाश डाला और अमेरिका से चार अंतिम रेखाएं पेश कीं। साथ ही, चीन के खिलाफ अमेरिका की गलत समझ और नीति को दुरुस्त करने के लिए चीन ने दो जांच सूची भी बतायी। वार्ता में चीन ने अपना रुख स्पष्ट किया। इससे दुनिया भी देख सकती है कि चीन-अमेरिका संबंध मुसीबत में फंसा हुआ है, और अमेरिका को सभी कर्तव्य निभाना चाहिए। पहला, कोविड-19 की उत्पत्ति, थाईवान, शिनच्यांग, हांगकांग और दक्षिण चीन सागर आदि मुद्दे पर अमेरिकी की चुनौती को लेकर चीन ने वार्ता में फिर एक बार जबरदस्त असंतोष प्रकट किया। चीन ने अमेरिका से तुरंत चीन के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप बंद करने, चीन के हितों को नुकसान पहुंचाने वाली कार्रवाइयों को बंद करने, लाल रेखा को स्पर्श न करने, चुनौतियां न देने और मूल्यवान विचारधारा की आड़ में सामूहिक प्रतिरोध करने की कार्रवाइयों को बंद करने की मांग की।
दूसरा, चीन ने अमेरिका से चीन के खिलाफ गलत समझ ठीक करने का आह्वान भी किया। दो जांच सूची में चीन ने अमेरिका से गलत नीतियों और करनी-कथनी को दुरुस्त करने की मांग की, अमेरिका से बगैर किसी शर्त के सीपीसी सदस्यों और उनके परिवारजनों पर लगी वीजा पाबंदी हटने, चीन के खिलाफ गैर-कानूनी प्रतिबंध हटाने आदि का आह्वान किया।
यदि अमेरिका सचमुच द्विपक्षीय संबंधों के लिए गार्ड रेलिंग बनाना चाहता है, तो अमेरिका को चीन की दो जांच सूची पर प्रतिक्रिया देनी चाहिए, ताकि द्विपक्षीय संबंधों के सुधार में आयी बाधाओं को मिटायी जा सके।
ऐतिहासिक अनुभव से साबित होता है कि चीन और अमेरिका के बीच सहयोग से दोनों पक्षों को लाभ मिलेगा, जबकि मुकाबला करने से दोनों को ही क्षति पहुंचेगी। एनकोरेज से थ्येनचिन तक चीन ने स्पष्ट रूप से चीन-अमेरिका संबंधों के विकास के प्रति रुख पर प्रकाश डाला है। आगे हम देखेंगे कि क्या वाशिंगटन पक्ष चीन की इन जांच सूची का कार्यान्वयन करेगा।