
शिन्च्यांग से संबंधित दुनिया को धोखा देने वाले पश्चिमी झूठ का पदार्फाश
बीजिंग, 27 सितंबर (बीएनटी न्यूज़)| चीन सरकार ने 26 सितंबर को ‘शिनच्यांग का जनसंख्या विकास’शीर्षक श्वेत-पत्र जारी किया, जिसमें विस्तृत डेटा से शिन्च्यांग की जनसंख्या विकास स्थिति से अवगत करवाया गया। इसने दुनिया को चीन में अल्पसंख्यक जातियों की जनसंख्या के स्वस्थ विकास को दशार्या। इन तथ्यों से चीन-विरोधी पश्चिमी ताकतों के मनगढ़ंत झूठों का फिर एक बार पदार्फाश हुआ।
शिनच्यांग उत्तर-पश्चिमी चीन और यूरेशिया के भीतरी इलाकों में स्थित है। यह एक बहु-जातीय बस्ती क्षेत्र है। आंकड़ों से देखा जाए तो यह बहुत स्पष्ट है। 2020 के आंकड़े बताते हैं कि पिछले 10 वर्षों में शिनच्यांग की जनसंख्या वृद्धि दर देश में चौथे स्थान पर है, और जनसंख्या वृद्धि देश में 8वें स्थान पर है। इसके साथ ही उईगुर लोगों की जनसंख्या वृद्धि दर ऊंची बनी हुई है। साल 2000 में 83,45,600 से बढ़ कर वर्ष 2020 में 1,16,24,300 तक पहुंच गई, जो कि सालाना वृद्धि दर 1.67 प्रतिशत है। यह इसी अवधि में राष्ट्र में अल्पसंख्यक जातियों के स्तर से बहुत अधिक है। इसके अलावा, श्वेत पत्र में कहा गया कि आने वाले समय में, शिनच्यांग की जनसंख्या, विशेष रूप से अल्पसंख्यक जातियों की जनसंख्या, स्थिर वृद्धि बनाए रखेगी। क्या बढ़ती आबादी वाले देश का संबंध नरसंहार से हो सकता है?
शिनच्यांग में जनसंख्या विकास शिनच्यांग के मानवाधिकार की प्रगति का चित्रण है, जिसका श्रेय सामाजिक स्थिरता को जाता है। लेकिन पश्चिमी चीन-विरोधी ताकतों ने इसे अनदेखा कर तथाकथित जबरन श्रम, अनिवार्य नसबंदी और सांस्कृतिक विलुप्ति आदि झूठों को गढ़ा। उनका उद्देश्य शिनच्यांग में विभिन्न जातियों के लोगों को श्रम अधिकार और विकास अधिकार से वंचित करना है, और शिनच्यांग को गरीबी और पिछड़ेपन में वापस ढकेलना है। फिर वे शिनच्यांग में अराजकता पैदा करना चाहते हैं और चीन के विकास को बाधित करना चाहते हैं।
झूठ सच को छुपा नहीं सकता। डेटा साबित करता है कि शिनच्यांग की जनसंख्या का विकास आर्थिक और सामाजिक विकास, औद्योगीकरण और आधुनिकीकरण का अपरिहार्य परिणाम है।
यह अतीत में किसी भी ऐतिहासिक काल में अतुलनीय है। पश्चिमी चीन-विरोधी ताकतों द्वारा गढ़ा गया शिनच्यांग से संबंधित झूठ अंतरराष्ट्रीय समुदाय को धोखा नहीं दे सकता है, न ही यह शिनच्यांग की आधुनिकीकरण प्रक्रिया को नष्ट कर सकता है, न ही यह चीन के विकास और प्रगति को रोक सकता है !