BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   शनिवार, 24 मई 2025 05:52 PM
  • 36.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. भारत कभी परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा : विदेश मंत्री
  2. विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्रंप के मध्यस्थता के दावे को फिर किया खारिज
  3. छत्तीसगढ़ के बीजापुर में 24 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
  4. पाकिस्तान इंसानियत में विश्वास नहीं करता, उसने आतंकवाद को अपना मॉडल बनाया : प्रियंका चतुर्वेदी
  5. ‘जाति जनगणना को लेकर निडर होकर जनता के बीच जाएं’, खड़गे की कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील
  6. निशिकांत दुबे कांग्रेस को दोषी ठहरा रहे, लेकिन 1991 का समझौता चंद्रशेखर सरकार के दौर में हुआ: तारिक अनवर
  7. छत्तीसगढ़ : सड़क दुर्घटना में घायल को मिलेगी कैशलेस इलाज की सुविधा, स्कीम आज से लागू
  8. संजय राउत ने राहुल गांधी के सवाल को बताया जनता की आवाज, बोले- पाकिस्तान पर नहीं कर सकते भरोसा
  9. निशिकांत दुबे की पोस्ट को सुप्रिया श्रीनेत ने बताया ‘फर्रे’, बोलीं- इससे जनता को बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता
  10. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पीएम मोदी की दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति और सैन्य शक्ति का प्रतीक: अमित शाह
  11. पूर्वोत्तर राज्य बन रहे भारत का डिजिटल गेटवे: पीएम नरेंद्र मोदी
  12. निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी को दिया जवाब, कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा ने भाजपा सांसद की समझ पर उठाया सवाल
  13. ‘कांग्रेस ने सरेंडर किया’, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की केंद्र से मांग 1991 समझौते की जांच कराई जाए
  14. पीएम मोदी के रहते दूसरे गठबंधन में नहीं जा सकता: चिराग पासवान
  15. तिब्बत में महसूस किए गए भूकंप के झटके, तीव्रता 4.2

अमेरिका में बाल श्रम की समस्या 200 से अधिक वर्षों के बाद भी गंभीर क्यों है?

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 13 मई 2023, 6:02 PM IST
अमेरिका में बाल श्रम की समस्या 200 से अधिक वर्षों के बाद भी गंभीर क्यों है?
Read Time:5 Minute, 52 Second

अमेरिका में बाल श्रम की समस्या 200 से अधिक वर्षों के बाद भी गंभीर क्यों है?

अमेरिका में बाल श्रम पर न्यूयॉर्क टाइम्स की नवीनतम रिपोर्ट में, शिकागो में एक छोटे से फास्ट-फूड रेस्तरां में एक 15 वर्षीय अप्रवासी लड़के की तस्वीर है, जो अपने फोन को नीचे देख रहा है, उसके हाथ दाग से ढके हुए हैं। बाल श्रम की समस्या अभी भी अमेरिकी समाज में चौंकाने वाली है।

अमेरिकी श्रम विभाग के अनुसार, 2022 में लाखों अमेरिकी किशोर कृषि, खाद्य सेवा, खुदरा, मनोरंजन और वास्तु निर्माण उद्योगों में कार्यरत हैं, जिनमें से अधिकांश अप्रवासी बच्चे हैं। रॉयटर्स ने बताया कि 2018 के बाद से अमेरिका में अवैध बाल श्रम की संख्या में लगभग 70 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

अमेरिका खुद को मानवाधिकारों का प्रकाशस्तंभ मानता है। लेकिन क्यों उन किशोरों को लाभ नहीं मिला जिन्हें विवश होकर श्रम करना पड़ता है? एक महत्वपूर्ण कारण यह है कि अमेरिकी कानूनी व्यवस्था में खामियां हैं।

सामाजिक प्रगति के दबाव में 20वीं सदी की शुरूआत में अमेरिकी सरकार ने बाल श्रम पर निष्पक्ष श्रम मानक अधिनियम जैसे कई कानून पेश किए गए थे। लेकिन उन्होंने बाल श्रम के उपयोग पर रोक नहीं लगाई, बल्कि केवल कुछ प्रतिबंध लगाए, जो कुछ उद्योगों में बाल श्रम के रोजगार पर वैधता का आवरण डालते हैं।

उदाहरण के लिए, बाल श्रम के लिए आयु सीमा। अमेरिकी संघीय कानून के मुताबिक, 18 साल से कम उम्र के किशोरों को खतरनाक काम में शामिल होने से रोका जाता है। हालांकि, अमेरिका में 1938 में जारी निष्पक्ष श्रम मानक अधिनियम यह निर्धारित करता है कि 14 वर्ष से अधिक आयु के किशोरों को गैर-खतरनाक उद्योगों में नियोजित किया जा सकता है।

बाल श्रम से संबंधित कार्यक्षेत्र के बारे में प्रासंगिक अमेरिकी कानून में 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों को कृषि श्रम आदि को छोड़कर अधिकांश उद्योगों में काम करने से रोका जाता है। अमेरिकी कृषि श्रमिकों के स्वास्थ्य के लिए एक केंद्र के आंकड़े बताते हैं कि 3 लाख से 8 लाख के बीच किशोर लम्बे समय तक अमेरिका में खेतों पर काम करते हैं और बहुत कम पैसे कमाते हैं। अमेरिकी सरकार की रिपोर्ट बताती है कि हर साल 1 लाख किशोर खेती काम के दौरान घायल हो जाते हैं।

इसके अलावा, कानून तोड़ने की कम लागत ने भी कई अमेरिकी कंपनियों को खामियों का फायदा उठाने की इजाजत दी है। वर्तमान अमेरिकी कानून के तहत, अवैध रूप से बाल श्रमिक को नियोजित करने के लिए अधिकतम नागरिक दंड केवल 15 हजार यूएस डॉलर है।

बाल श्रम पर अमेरिकी कानूनी व्यवस्था इतनी त्रुटिपूर्ण क्यों है? इसकी शुरूआत इस देश के इतिहास से होती है।

अमेरिका एक पूंजीवादी देश है, जो अप्रवासियों द्वारा स्थापित किया गया है। शुरूआती अप्रवासी बच्चे आम तौर पर श्रम में भाग लेते थे। विशेष रूप से जब दक्षिण में गुलामी का प्रचलन था, तब बाल श्रम अधिक आम था। 1791 में, तत्कालीन अमेरिकी वित्त मंत्री अलेक्जेंडर हैमिल्टन ने दावा किया कि बच्चे सस्ते श्रम के स्रोत हो सकते हैं। अमेरिका में खानों और खेतों में बाल श्रमिकों को एक के बाद एक रोजगार दिया जाता है। तब से 200 से अधिक वर्षों के लिए, अमेरिका में बाल श्रम का व्यापक रूप से शोषण और निचोड़ किया गया है, जो मूल रूप से गुलामी का मूल पाप है और अमेरिका में प्रणालीगत नस्लीय भेदभाव का हिस्सा है।

बच्चे आशा और भविष्य हैं, जो एक कमजोर समूह हैं जिनकी रक्षा किसी भी समाज को करनी चाहिए। लेकिन अमेरिका में, जहां पूंजी सर्वोपरि है, उन्हें स्पष्ट रूप से सस्ता श्रम माना जाता है। आज संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य राज्यों में अमेरिका अभी भी एकमात्र देश है जिसने बाल अधिकारों पर कन्वेंशन की पुष्टि नहीं की है। अगर कोई देश बच्चों के अधिकारों की रक्षा भी नहीं कर सकता है, तो उसे सभ्य देश या मानवाधिकार की बात करने का कोई हक नहीं है।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *