BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   मंगलवार, 18 मार्च 2025 05:29 PM
  • 28.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. पीएम मोदी ने महाकुंभ को बताया महत्वपूर्ण ऐतिहासिक मोड़, नदी उत्सवों को बढ़ावा देने की अपील
  2. मौलाना महमूद मदनी के कुर्बानी की जरूरत वाले बयान पर भाजपा सांसद बृजलाल भड़के
  3. महाराष्ट्र : नागपुर हिंसा पर सीएम फडणवीस की नजर, पुलिस को सख्ती से निपटने का दिया निर्देश
  4. नागपुर में दो गुटों के बीच हिंसा, नेताओं ने दी प्रतिक्रिया
  5. पीएम मोदी ने तुलसी गबार्ड को दिया महाकुंभ का पवित्र जल, अमेरिकी खुफिया प्रमुख ने प्रधानमंत्री को भेंट की ‘तुलसी माला’
  6. “लाडो लक्ष्मी योजना” से मिलेंगे हर माह 2100 रुपये, महिलाओं ने पीएम मोदी-सीएम नायब सैनी को कहा, ‘थैक्यू’
  7. नागपुर के महल क्षेत्र में दो गुटों के बीच हिंसा, कई पुलिसकर्मी घायल
  8. आरएसएस का लिटरेचर पढ़ें पीएम मोदी, फिर दें बयान : राशिद अल्वी
  9. तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने ओबीसी समुदाय के लिए 42 फीसदी आरक्षण की घोषणा की
  10. हरियाणा सरकार के बजट को भूपेंद्र हुड्डा ने ‘आंकड़ों का खेल’ बताया, अनिल विज ने की सराहना
  11. ‘इस्लामी आतंकवाद’ को बढ़ावा देने वाली विचारधारा को हराने के लिए अमेरिका प्रतिबद्ध : तुलसी गबार्ड
  12. वक्फ के नाम पर भड़काऊ बयान देने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो : शहजाद पूनावाला
  13. पीएम मोदी-लक्सन बैठक : न्यूजीलैंड में खालिस्तानी और भारत विरोधी तत्वों का उठा मुद्दा
  14. पुतिन से बात करेंगे ट्रंप, क्या रुकने वाला है रूस-यूक्रेन युद्ध ?
  15. अमेरिकी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी के पॉडकास्ट को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किया साझा

पाकिस्तान में राजनीतिक घमासान, सरकार ने राज्य विरोधी दुष्प्रचार के लिए पीटीआई नेताओं को किया तलब

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 17 मार्च 2025, 11:25 PM IST
पाकिस्तान में राजनीतिक घमासान, सरकार ने राज्य विरोधी दुष्प्रचार के लिए पीटीआई नेताओं को किया तलब
Read Time:4 Minute, 28 Second

बीएनटी न्यूज़

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में एक बड़े राजनीतिक घमासान में, संघीय सरकार द्वारा गठित संयुक्त जांच दल (जेआईटी) ने इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के 16 सदस्यों को फिर से समन जारी किया। इन्हें सोशल मीडिया पर नकारात्मक प्रचार फैलाने के आरोपों पर 18 मार्च को पेश होने के लिए कहा गया।

जेआईटी ने दावा कियाकि उसने राज्य विरोधी प्रचार में कथित भूमिका के लिए पीटीआई सदस्यों के खिलाफ जांच की।

एआरवाई न्यूज ने सूत्रों के हवाले से बताया कि पीटीआई संस्थापक इमरान खान की बहन अलीमा खानम को 19 मार्च को पेश होने के लिए एक और नोटिस जारी किया गया।

इससे पहले, बलूचिस्तान में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर हुए हमले के बारे में नेशनल असेंबली में बोलते हुए पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने हमले का कथित रूप से ‘राजनीतिकरण’ करने और सोशल मीडिया पर स्थिति की गलत व्याख्या करने के लिए पीटीआई की आलोचना की।

दूसरी ओर, पीटीआई सांसद और पूर्व नेशनल असेंबली स्पीकर असद कैसर ने राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में सरकार के रवैये की आलोचना की। उन्होंने तर्क दिया कि रक्षा मंत्री को राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप में शामिल होने के बजाय जाफर एक्सप्रेस हमले के बारे में सदन को जानकारी देनी चाहिए।

पाकिस्तान के प्रमुख दैनिक डॉन ने सांसद के हवाले से कहा, “ऐसा लगता है कि मंत्री के दिमाग में राष्ट्रीय सुरक्षा से ज्यादा पीटीआई और सोशल मीडिया है। आसिफ को नैतिक साहस दिखाना चाहिए और गंभीर सुरक्षा चूक के लिए इस्तीफा दे देना चाहिए।”

कैसर ने बलूच नेताओं के साथ किए जा रहे व्यवहार पर भी सवाल उठाए, सरदार अख्तर मेंगल और आदिल बाजई की गिरफ्तारियों और उनके ख़िलाफ़ की गई कानूनी कार्रवाइयों का ज़िक्र किया। उन्होंने कहा, “देश में संविधान, कानून और संस्थाओं के लिए सम्मान नहीं है।”

जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के एक्स अकाउंट पर पोस्ट किए गए एक बयान में कहा गया, “खुफिया एजेंसियों की प्राथमिक भूमिका सीमाओं की रक्षा करना और आतंकवाद का मुकाबला करना है। अगर वे राजनीतिक इंजीनियरिंग और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ को खत्म करने के प्रयासों में व्यस्त रहेंगे, तो सीमाओं की सुरक्षा कौन करेगा? बलूचिस्तान में आतंकवाद फैल रहा है, फिर भी इस मुद्दे का कोई राजनीतिक समाधान नहीं खोजा जा रहा है। जब तक बलूचिस्तान सहित पूरे देश में जनता के भरोसे पर आधारित सरकार स्थापित नहीं हो जाती, तब तक स्थिरता संभव नहीं होगी।”

रविवार को देश में बढ़ते आतंकवाद के मुद्दे पर बोलते हुए पीटीआई नेता और खैबर-पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने संघीय सरकार के सुरक्षा प्रबंधन पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “आज मैं खुले तौर पर कहता हूं कि आतंकवाद का फिर से उभरना सत्ता में बैठे अधिकारियों की नाकामी और संघीय सरकार और संस्थानों की अक्षमता का नतीजा है।”

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *