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सीरिया के अंतरिम राष्ट्रपति अल-शरा पहुंचे रियाद, क्यों अहम है उनकी पहली विदेश यात्रा ?

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अपडेटेड 03 फ़रवरी 2025, 12:32 AM IST
सीरिया के अंतरिम राष्ट्रपति अल-शरा पहुंचे रियाद, क्यों अहम है उनकी पहली विदेश यात्रा ?
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बीएनटी न्यूज़

रियाद। सीरिया के अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शरा रविवार को अपनी पहली आधिकारिक विदेश यात्रा पर सऊदी की राजधानी रियाद पहुंचे। यह जानकरारी सऊदी प्रेस एजेंसी (एसपीए) ने दी।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक रियाद क्षेत्र के उप-राज्यपाल, प्रिंस मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन अब्दुलअजीज और कई अन्य अधिकारियों ने हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया।

एसपीए ने कहा कि अपनी यात्रा के दौरान, अल-शरा सऊदी क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान अल सऊद और अन्य सऊदी अधिकारियों के साथ सीरिया और क्षेत्रीय मामलों से संबंधित विषयों पर चर्चा करने के लिए बातचीत करेंगे।

अल-शरा, (43), 2017 से हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने दिसंबर 2024 में बशर अल-असद को हटाने और सीरियाई संक्रमणकालीन सरकार की स्थापना के लिए आक्रामक अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। असद को हटाने के बाद से वह देश के वास्तविक नेता हैं।

सीरिया के सैन्य अभियान प्रशासन ने 29 जनवरी को संक्रमण काल ​​के दौरान अल-शरा को राष्ट्रपति नियुक्त करने की घोषणा की। उन्हें स्थायी संविधान की पुष्टि होने तक अंतरिम विधान परिषद स्थापित करने का अधिकार दिया।

सऊदी अरब उन अरब देशों में से एक था जिसने सीरिया में 2011 के अरब स्प्रिंग विरोध प्रदर्शनों के बाद पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद को गिराने की कोशिश करने वाले विद्रोही समूहों को पैसा दिया लेकिन उन्हें ज्यादा सफलता नहीं मिली क्योंकि ईरान और रूस की मदद से असद ने उन्हें करारा जवाब दिया। हालांकि सऊदी अरब ने अल-शरा के तुर्की और कतर जैसे प्रमुख सहयोगियों के विपरीत, 2023 में अरब दुनिया के अधिकांश देशों के साथ असद के साथ संबंध बहाल कर लिए।

दिसंबर में अल-शरा के हयात तहरीर अल-शाम के नेतृत्व में विद्रोही गुटों के हमलों के साथ संघर्ष का रुख बदल गया और आखिरकार असद को सत्ता छोड़कर भागना पड़ा।

अल-शरा के दौरे से संकेत मिलता है कि दमिश्क अपने मुख्य क्षेत्रीय सहयोगी ईरान से दूर जा रहा है। ईरान ने अभी तक दमिश्क में अपना दूतावास फिर से नहीं खोला है।

इस यात्रा पश्चिम को आश्वस्त करना और सीरिया पर लगे कठोर प्रतिबंधों को हटवाना है।

सऊदी विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान ने जनवरी में दमिश्क का दौरा किया और कहा कि रियाद सीरिया पर प्रतिबंधों को हटाने के लिए ‘सक्रिय रूप से बातचीत कर रहा है।’

सीरिया के अंतरिम विदेश मंत्री असद हसन अल-शिबानी ने 28 जनवरी को दमिश्क के खिलाफ प्रतिबंधों को एक वर्ष के लिए निलंबित करने के यूरोपीय संघ (ईयू) के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह ऐसा कदम है, जो सीरियाई लोगों के जीवन स्तर को बेहतर कर सकता है और आर्थिक सुधार के लिए मददगगार साबित हो सकता है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, फ्रांसीसी विदेश मंत्री जीन-नोएल बैरोट के मुताबिक, यूरोपीय संघ की विदेश मामलों की परिषद ने सीरिया के ऊर्जा, परिवहन और चयनित वित्तीय क्षेत्रों पर लगे प्रतिबंधों को अस्थायी रूप से हटाने पर सहमति व्यक्त की।

यूरोपीय संघ ने 2011 से सीरिया पर कड़े प्रतिबंध लगाए थे। यह पाबंदियां गृहयुद्ध के दौरान पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद के कथित ‘युद्ध अपराध’ का हवाला देते हुए लगाई गईं।

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