
झारखंड की खनन सचिव पूजा सिंघल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया है। पूजा पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। इसके अलावा मनरेगा, कोयला ब्लॉक, खदान, खनिज विभागों में घोटाले का भी आरोप है। गिरफ्तारी से पहले ईडी ने पूजा से कई घंटे तक पूछताछ की। अब पूजा को कोर्ट में पेश कर ईडी कस्टडी की मांग करेगी।
कौन हैं पूजा सिंघल ?
आईएएस अफसर पूजा सिंघल वर्तमान में झारखंड सरकार की खनन एवं उद्योग विभाग की सचिव हैं। साल 2000 में महज 21 साल सात महीने की उम्र में सिविल सर्विसेज परीक्षा पास करके रिकॉर्ड कायम किया था। इसके बाद झारखंड काडर में तैनाती मिली। यहां कई जिलों में उपायुक्त और डीएम रह चुकी हैं। खूंटी, चतरा, पलामू में उपायुक्त रहते हुए पूजा पर कई गंभीर आरोप लगे। हालांकि, जांच के बाद उन्हें क्लिनचिट भी मिल गई थी।
आईएएस पूजा सिंघल ने दो शादियां की हैं। उनके पहले पति राहुल पुरवार रहे, जो झारखंड कैडर के ही आईएएस अफसर हैं। 12 साल पहले पारिवारिक विवाद के चलते दोनों का तलाक हो गया। इसके बाद पूजा ने बिहार के बिजनेसमैन अभिषेक झा से दूसरी शादी की। अभिषेक मुजफ्फरपुर, मधुबनी का रहने वाले हैं। अभिषेक ने रांची में एक अस्पताल भी खोल रखा है।
कब क्या हुआ और कैसे खुली पूजा की पोल ?
2010 : खूंटी में पूजा उपायुक्त थीं। 18 सितंबर 2010 को मनरेगा में रू10.16 करोड़ की अनियमितता का मामला दर्ज हुआ था। मनरेगा घोटाला उजागर होने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने इसकी जांच का आदेश दिया। हालांकि, यह आदेश कभी एसीबी तक पहुंचा ही नहीं। बाद में मामला हाईकोर्ट पहुंचा। कोर्ट ने ईडी और एसीबी से हलफनामा मांगा। तब ईडी ने कोर्ट को बताया कि पूरे मामले में पूजा सिंघल की भूमिका की जांच की जा रही है। वहीं, एसीबी ने बताया कि खूंटी में मनरेगा में हुए घोटाले से जुड़ा कोई केस एसीबी जांच के लिए आदेशित नहीं किया गया है।
2011 : मनरेगा घोटाले के मामले में जेई राम विनोद के खिलाफ 16 प्राथमिकी दर्ज करायी गयी, जिसके बाद यह बात सामने आयी कि मनरेगा की योजनाओं का पालन कराने और योजनाओं की मॉनिटरिंग करने का अधिकार उपायुक्त को ही है। इस दौरान राम विनोद से पूछताछ हुई, लेकिन गिरफ्तारी नहीं।
2012 : ईडी ने जांच के दौरान पाया कि पूजा ने 2007 से 2012 के दौरान तीन जिलों के डीएम के रूप में काम करते हुए अपने बैंक खातों में नकद जमा किए गए धन का इस्तेमाल जीवन बीमा योजनाओं की खरीद में किया। ईडी ने 2012 में पूजा के खिलाफ पीएमएलए के तहत मामला दर्ज किया। पूजा पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की आपराधिक धाराओं के तहत धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार से संबंधित आपराधिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।
2013-2020 : ईडी ने लगातार घोटाले की जांच की। अलग-अलग लोगों से पूछताछ की और सभी आरोपियों पर नजर बनाए रखी। पुख्ता सबूत मिलने के बाद 17 जून, 2020 को जूनियर इंजीनियर राम विनोद को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार कर लिया।
06 मई 2022 : ईडी ने पूजा सिंघल और उनके पति अभिषेक झा के ठिकानों पर छापेमारी की। इसके अलावा पूजा और अभिषेक के चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार समेत उनके करीबियों के यहां भी छापेमारी की। इस दौरान सुमन के घर से रू19.31 करोड़ रुपये से ज्यादा कैश बरामद हुआ। सुमन को गिरफ्तार कर लिया गया।
07 मई 2022 : ईडी ने पूजा सिंघल से जुड़े पांच राज्यों के 25 ठिकानों पर छापा मारा। कई कागजात जब्त किए।
08 मई 2022 : ईडी ने पूजा को पूछताछ के लिए समन भेजा।
09-11 मई 2022 : पूजा बयान दर्ज कराने के लिए ईडी के दफ्तर पहुंचीं। लगातार दो दिन तक पूछताछ के बाद तीसरे दिन यानी 11 मई की शाम को ईडी ने पूजा को गिरफ्तार कर लिया गया। जानकारी के मुताबिक, ईडी के अधिकारियों ने पूजा सिंघल से पल्स सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पीटल के निर्माण में आए खर्च, ठेकेदार, बिल्डर, इंटीरियर डिजाइन, मशीनों पर हुए खर्च से लेकर बाउंड्री के निर्माण, खिड़की-दरवाजों का काम करने वाले लोगों पर हुए खर्च का पूरा ब्यौरा पूजा सिंघल से मांगा था। लेकिन पूजा सिंघल जांच में पूरी तरह ईडी को सहयोग नहीं कर रही थीं।
कहां-कहां छापेमारी हुई ?
1. झारखंड: रांची में पंचवटी रेजिडेंसी, लालपुर के हरिओम टॉवर, बरियातू के पल्स अस्पताल, पूजा सिंघल का सरकारी आवास, दूसरे पत अभिषेक झा के आवास पर, सीए सुमन सिंह के बूटी मोड़ स्थित घर पर
2. राजस्थान: जयपुर में सहयोगी आरके जैन के ठिकानों पर
3. पश्चिम बंगाल: कोलकाता में तत्कालीन एंट्री आपरेटर के घर पर
4. बिहार: मुजफ्फरपुर में पूजा सिंघल के ससुराल में
5. दिल्ली एनसीआर: पूजा सिंघल के भाई के घर पर
6. चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन के दूसरे घर: हनुमान नगर में हुई छापेमारी
ईडी ने क्या-क्या बरामद किया ?
• चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन के घर से रू19.31 करोड़ की नकदी।
• रू200 करोड़ की अघोषित संपत्ति से संबंधित दस्तावेज।
• कागज पर चल रही 20 से ज्यादा शेल कंपनियों के डीड।
• मनी लांड्रिंग के जरिए किए गए पैसों के लेनदेन वाली डायरी।
• पूजा के बैंक खाते में वेतन के अतिरिक्त करीब रू1.43 करोड। इसमें से कथित तौर पर रू16.57 रुपए सीए सुमन कुमार के खाते में ट्रांसफर किए गए।
यह सोचने का विषय है की क्या लोकतन्त्र मे वाकयी जनता की, जनता के लिए, जनता द्वारा सरकारे हैI क्या नेताओ, अफसरो व सरकार की कोई जवाबदेही नहीं? क्या इनपर कोई कानून लागू नहीं होता? आज जब कानूनी संस्थानो पर भी शक्तिशाली का साथ देने का व उनके साथ मिलीभगत की चर्चा आम है, तो ऐसे मे जनता को जागरूक होकर अपने हक के लिए बुलंद होना जरूरी हो जाता हैI जरा सोचिए, फैसला आप खुद कीजिये!